चित्रकूट:जिले में पानी का जलस्तर लगातार नीचे गिरने की वजह से स्थानीय लोगों को काफी मुसीबतों को सामना करना पड़ रहा है. लोग पानी के लिए त्रस्त हो गए हैं. जिलाधिकारी शेषमणि पांडे ने बारिश के पानी का जल संचयन करके वाटर रिचार्जिंग की नई तकनीक से पानी का जलस्तर बढ़ाने के लिए आदेशित किया है. इसमें सभी सरकारी भवनों, आंगनबाड़ी, प्राथमिक विद्यालय और प्रधानमंत्री आवास की छतों से गिरा पानी को इकट्ठा करके एक गड्ढे के माध्यम से किसी बोर या कुएं में डालकर जलस्तर बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं.
चित्रकूट में पानी की समस्या से जूझ रहे लोग
बुंदेलखंड के चित्रकूट में पानी की समस्या हमेशा बनी रहती है. जलस्तर को बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से तमाम कोशिशें की जा रही हैं. इस बार नयी तकनीक से बारिश के पानी को संचय करने की कोशिश की जा रही है. ताकि इलाके में आने वाले वक्त में पानी की किल्लत नहीं हो.
चित्रकूट में पानी की समस्या से जूझ रहे लोेग
क्या है योजना-
- चित्रकूट में पानी की समस्या से जूझ रहे लोग.
- चित्रकूट में चक डैम बांध से जलस्तर बढ़ाने की लगातार कोशिशें की जा रही है.
- नई तकनीक वाटर रिचार्जिंग के जरिए बारिश के पानी का होगा संचयन.
- सभी सरकारी भवनों की छतों से गिरने वाले पानी को किया जाएगा संचयित.
- छतों से गिरने वाले पानी को कुएं, बोर और गड्ढों में किया जाएगा संचयित.