चित्रकूट: जिले का पाठा एरिया दशकों से पानी की समस्या से जूझता रहा है और गर्मी शुरू होते ही जलस्तर गिरने के बाद लोगों को मीलों पैदल चलकर पानी की खोज में देखा जा सकता है, पर इस बार पेयजल की समस्या ठंड शुरू होते ही होने लगी है कारण है हैंडपंपों की मरम्मत न होना, जिसके कारण ग्रामीणों को पेयजल के लिए मीलों दूर से पानी लाना पड़ रहा है.
ठंड शुरू होते ही पानी की समस्या से आई सामने
धर्म नगरी चित्रकूट का मानिकपुर विकासखंड ऊंचाई में बसे होने के कारण यहां का जलस्तर हमेशा नीचे रहता है, जिसके चलते हैंडपंप और बोर यहां पर सही ढंग से काम नहीं कर पाते. वहीं वर्षा जल संचयन कम होने के कारण हमेशा पानी की समस्याएं बनी ही रहती हैं. ऐसे में पंचायत स्तर से जगह-जगह बोर करके हैंडपंपों की व्यवस्था की गई है.
वहीं ज्यादा जल समस्या के बाद लोग ग्रामीणों को टैंकरों से पानी सप्लाई की भी व्यवस्था है, पर यह सब समस्या सिर्फ गर्मियों में ही अक्सर देखने को मिलती थी, लेकिन इस बार पर ठंड शुरू होती ही पेयजल की समस्या कई गांव में मंडराने लगी है.कारण है हैंडपंप की मरम्मत न होना.