चित्रकूट:जिले मेंमानिकपुर समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिना डॉक्टर के ही चल रहा है. यहां पर चीफ फार्मेसिस्ट ही मरीजों को देखने के साथ-साथ दवाइयां देना और इंजेक्शन लगाने का काम कर रहे हैं. यहां मरीजों को स्वयं या तीमारदार के सहारे अपने बोतल पकड़कर चलना पड़ता है.
बदहाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र. समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में है गंदगी का अंबार-
गंदगी की बात करें तो अस्पताल से निकला कचरा मेन गेट के सामने ही कूड़ेदान में फेंका जा रहा है जिसमें प्रयोग की हुई सिरिंज पड़ी है और खून से लतपथ रुई में मक्खियां उड़ रही हैं. वहीं एनजीटी के नियमों को ताख में रखकर कूड़ा खुले में जलाया जा रहा है.
बदहाल स्थिति में पहुंच चुका है समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
चित्रकूट जिले का समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कभी स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सुर्खियों में रहा करता था पर अब यही स्वास्थ्य केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर में कभी आठ डॉक्टर नियुक्त हुआ करते थे पर आज के समय में मात्र दो डॉक्टर के सहारे यह समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चलाया जा रहा है.
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चीफ फार्मेसिस्ट के सहारे समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
डॉक्टरों का गैरमौजूदगी में चीफ फार्मेसिस्ट राधेश्याम के द्वारा ही पूरा अस्पताल चलाया जा रहा है. चीफ फार्मेसिस्ट राधेश्याम को मरीजों को देखने के साथ-साथ उन्हें इंजेक्शन भी लगाने पड़ रहे हैं, जिससे अस्पताल में मरीजों की भीड़ लग जाती है और कई मरीज वापस चले जाते है.
जब इस बदहाली के लिए चीफ फार्मासिस्ट राधेश्याम से बात की गई तो उनका कहना था कि
विवाद की स्थिति न हो और कोई मरीज परेशान न हो इस लिए मै मरीज देख लेता हूं.
राधेश्याम,चीफ फार्मासिस्ट स्वास्थ केंद्र