बुलंदशहरः देशभर में लॉकडाउन के साथ-साथ कोरोना वायरस को मात देने के लिए सरकार की गाइडलाइन जारी की गई है. इसके मुताबिक शहर से लेकर गांव गली, मोहल्लों तक में सैनिटाइजेशन से लेकर मास्क वितरण और थर्मल स्कैनिंग समेत जागरूकता अभियान जारी है, लेकिन बुलंदशहर नगर के समीपवर्ती बीसा कॉलोनी इलाके में न ही आज तक सैनिटाइजेशन हुआ है और न किसी ने इन्हें जागरूक ही किया. ईटीवी भारत ने यहां कोरोना को मात देने के सरकारी दावों की हकीकत परखी तो चौंकाने वाले खुलासे सामने आ गए.
कोरोना वायरस को मात देने के लिए सरकार के बड़े-बड़े दावे शासन प्रशासन स्तर पर आए करती रहती है. बुलंदशहर नगर के समीपवर्ती बीसा कॉलोनी की मलिन बस्ती के हालातों की बात की जाए तो अभी तक इस बस्ती में कोई साफ-सफाई के लिए ही अभियान चलाया गया और न हीं यहां अभी जिले के अफसरों का ही ध्यान इस तरफ गया है. यह आलम तो तब है जब ये इलाका शहर से सटा हुआ है.
मलिन बस्ती के लोगों का कहना है कि कोरोना संक्रमण देश दुनिया में फैला हुआ है, लेकिन उनकी सुध किसी कोनहीं है. ईटीवी भारत ने शहर से सटी बीसा कॉलोनी में जाकर लोगों से बात की तो लोगों कहना है कि इस इलाके में अधिकतर लोग सफाई कर्मचारी हैं, जो शहर को साफ रखने में अपना योगदान देते हैं. वहीं कुछ लोग निजी संस्थानों में साफ-सफाई करते हैं. स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस इलाके में सैनिटाइजेशन आज तक हुआ है और न ही स्वास्थ्य विभाग की तरफ से डोर टू डोर थर्मल स्कैनिंग की गई है.