बुलंदशहरः देशभर में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है. ऐसे में कोविड-19 की जांच के लिए प्रशासन गंभीर है. वहीं दूसरी तरफ कोरोना की जांच करने वाली टीमों को टेस्टिंग के दौरान दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है.
कोरोना टेस्ट कराता व्यक्ति कोरोना संक्रमण काल में कोविड-19 की जांच को लेकर बुलंदशहर प्रशासन भी तीन तरह से संक्रमितों की शिनाख्त करने में जुटा है. जिले में अब तक करीब एक लाख 25 हजार लोगों की कोरोना जांच हो चुकी है.
जिला प्रशासन जनपद में अब तक हुई टेस्टिंग को लेकर संतुष्ट नजर आ रहा है. लेकिन, वहीं जनपद में कोरोना जांच के लिए लोगों का सैंपल कलेक्ट करने में जुटी टीमें के सामने बड़ी मुसीबत यह है कि, ज्यादातर लोग कोरोना जांच के लिए अपना सैंपल देने से इनकार कर दे रहे हैं. जिसकी वजह से कई बार स्वास्थ्य विभाग की टीम के सामने संघर्ष की स्थिति पैदा हो जा रही है. जिसे देखते हुए प्रशासन को लोगों की कोरोना जांच करने के लिए पुलिस की मदद लेनी पड़ रही है.
इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि, शहरी एरिया से लेकर ग्रामीण क्षेत्र तक हर दिन अलग-अलग टीमों के जरिए टेस्टिंग कराई जाती है. साथ ही कोरोना के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए भी हर दिन टीमें निकल रही हैं. लेकिन, समस्या तब हो जाती है. जब लोग कोविड-19 की जांच कराने से इनकार ही कर देते हैं.
डिप्टी सीएमओ भूदेव प्रसाद का कहना है कि, शहरीय क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में ऐसी स्थिति ज्यादा सामने आती है. जिसे देखते हुए आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स के माध्यम से टीम घर-घर जा रही हैं. लेकिन, लोग जब जांच कराने से मना करते हैं तो स्थानीय पुलिस का भी सहारा लेना पड़ता है.
फिलहाल गौर करने वाली बात ये है कि जिले में अब तक 2455 कोरोना संक्रमितों की पहचान हो चुकी है. जिसमें से 46 लोगों की मौत हो चुकी है.
हालांकि जहां एक तरफ अधिकारी कोरोना जांच में आने वाली दिक्कतों को गिना रहे हैं. वहीं ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र में ऐसे भी जागरूक लोग हैं जो प्रशासन के द्वारा कोरोना की जांच के लिए किए जा रहे प्रयासों को जरूरी मानते हैं.