बुलंदशहर:जिले से मेरठ को कनेक्ट करने वाले NH-233 पर सिंचाई विभाग द्वारा हाल ही में एक ड्रेन का निर्माण कराया गया था. वहीं कुछ ही महीनों में यह ड्रेन धराशायी होना भी शुरू हो गई है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग करने के कारण ऐसा हो रहा है. वहीं सवाल उठने पर जिम्मेदार अब इसकी मरम्मत कराने की बात कर रहे हैं.
बुलंदशहर: चंद दिनों में ही धराशायी होने लगी ड्रेन, निर्माण पर उठे सवाल - इरिगेशन विभाग
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में NH-233 पर सिंचाई विभाग द्वारा कराया गया ड्रेन निर्माण कुछ ही महीनों में धराशायी होना शुरू हो गया. वहीं इसके बाद निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने के सवाल उठने लगे हैं.
बता दें कि मेरठ को जोड़ने वाले NH-233 पर काफी समय से कार्य चल रहा है. वहीं उसके आस-पास ड्रेन बनाई गई है और सेफ्टी के लिए दीवार का भी निर्माण किया गया है. कुछ ही समय में नाला धंसने लगा है और सेफ्टी के लिए बनाई गई दीवार दरकनी शुरू हो गई है. इसे देख स्थानीय लोग गुस्से में हैं, जिनका कहना है कि इसे बनाने में लापरवाही बरती गई है. इसलिए जो भी इसमें दोषी हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं दूसरी तरफ इस बारे में जब जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई तो वे अपना बचाव करते नजर आए.
ईटीवी भारत ने स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस कार्य में घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. इसी वजह से कुछ ही दिनों में ये निर्माण धराशायी होना शुरू हो गया है. इसके पास में बनी दीवार भी दरकनी शुरू हो गई है. ईटीवी भारत ने NH-233 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर दिनेश चतुर्वेदी से बात की तो उनका कहना है कि तेज बारिश की वजह से ऐसा हुआ है. साथ ही इस मामले में वे अपना बचाव करते नजर आए. उनका कहना है कि जल्द ही इसकी रिपेयरिंग करवाई जाएगी.