बुलंदशहर : नगर कोतवाली पुलिस ने मोहल्ला मुस्तफागढ़ी में कई सालों से परिवार समेत रह रहे बांग्लादेशी मौलाना को गिरफ्तार किया है. आरोपी 33 साल से यहां डॉक्टरी का काम करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से फर्जी आधार कार्ड, बैंकों की सात पासबुक, ड्राइविंग लाइसेंस आदि सामान बरामद किया है. आरोपी पासपोर्ट बनवाने के लिए भी प्रयासरत था. आरोपी मौलाना से एलआईयू समेत अन्य जांच एजेंसियों ने पूछताछ की है.
देर शाम हुई कार्रवाई :नगर कोतवाली में तैनात उपनिरीक्षक विजयप्रकाश और उपनिरीक्षक दिनेश कुमार ने गुरुवार की शाम को मोहल्ला मुस्तफागढ़ी में पुलिस टीम के साथ दबिश दी. टीम ने वहां से मौलाना इदरीश को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुद को भारतीय बताते हुए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन सख्ती के बाद उसने खुद के बांग्लादेशी होने की बात कबूल कर ली. पता चला कि मौलाना इदरीश बांग्लादेश के जिला टुंगी के गांव दाक्खिन का रहने वाला है. वह कई सालों से अवैध कागजातों के जरिए भारत में रह रहा था.
वर्ष 1990 में आया था भारत :पुलिस की जांच में पता चला कि वर्ष 1990 में आरोपी इदरीश अवैध तरीके से भारत में दाखिल हुआ था. वर्ष 1995 में बुलंदशहर पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया था. नगर कोतवाली में उसके खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था. 4 जून 1996 को उसे बांग्लादेश भेज दिया गया था. कुछ माह बाद ही वह लौट आया था. इसके बाद परिवार समेत यहीं पर रहने लगा था. पुलिस ने उसके पास से फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, विभिन्न बैंकों की सात पासबुक आदि बरामद किए. इन दिनों वह पासपोर्ट बनवाने का प्रयास कर रहा था. इस बीच पुलिस को इसकी खबर लग गई. पुलिस ने आरोपी इदरीश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसका चालान करने की कार्रवाई की जा रही है.