बुलंदशहरः जिले में पशुओं के लिए केंद्र सरकार की तरफ से भेजी गई वैक्सीन को पर्याप्त संसाधन न होने की वजह से काफी मात्रा में कोल्ड स्टोर में रखी गई थी. कोल्ड स्टोर बंद हो जाने के बाद भी वैक्सीन की करीब एक लाख डोज को जांच के बाद अब अफसरों ने सुरक्षित पाया है. बुधवार देर शाम पशुपालन विभाग के मेरठ से आये अपर निदेशक राजेश कुमार ने बताया कि अभी भी खुरपका व मुंहपका की वैक्सीन पशुओं के इस्तेमाल में ली जा सकती है.
कोल्ड स्टोरेज बंद होने के बाद भी सुरक्षित मिली पशुओं की वैक्सीन. कोल्ड स्टोर संचालकों ने बंद कर दिया डीप फ्रीजर
बता दें कि बुलंदशहर में पशुओं को खुरपका-मुंहपका से सुरक्षित करने के लिए लगभग 12 लाख 76 हजार वैक्सीन मिली थी. काफी मात्रा में वैक्सीन होने की वजह से सदर स्थित पशु अस्पताल के अलावा ये वैक्सीन एक कोल्ड स्टोरेज में भी रखी गयी थी. आलू का स्टॉक का खत्म होने के बाद 19 नवंबर को कोल्ड स्टोर बंद कर दिया गया था. कोल्ड स्टोर संचालक ने पशु चिकित्सालय के डाक्टर को फोन कर बताया था कि कोल्ड स्टोर बंद कर दिया है, इसलिए वैक्सीन ले जाएं. इसके बाद भी लापरवाही करते हुए जिले के पशु चिकित्सक ने 23 नवंबर को वैक्सीन कोल्ड स्टोर से निकाला. इससे आशंका जताई जा रही थी कि पशुओं के लिए रखी वैक्सीन खराब हो गई है. कोल्ड स्टोरेज में रखी गई वैक्सीन की जांच करने बुधवार को मेरठ मंडल के अपर निदेशक राजेश कुमार बुलंदशहर पहुंचे.
वैक्सीन खराब होने की अफवाहों से अफसरों को करनी पड़ी पड़ताल
बीते दिनों कोल्ड स्टोर की तरफ से एक फोन पशुपालन विभाग के अफसरों के पास गया था और उसमें कहा गया था कि कोल्ड स्टोर को बंद कर दिया गया है. माना जा रहा था कि कोल्ड स्टोर में डीप फ्रीजर व अन्य उपकरणों के बन्द होने की वजह से टेंपरेचर बढ़ सकता है और पशुओं के लिए रखी गई वैक्सीन के खराब हो गई है. इस तरह की अफवाहों ने जिले के अफसरों को परेशान कर दिया था. जैसे ही इसकी सूचना मेरठ मंडल के अधिकारियों तक पहुंची तो वास्तविकता परखने खुद अपर निदेशक पशुपालन विभाग राजेश कुमार बुलन्दशहर पहुंचे जांच पड़ताल की.
कोल्ड स्टोर बंद करने की सूचना दे दी थी
कोल्डस्टोर के मैनेजर ने बताया कि कई महीने पहले उसके यहां पशुओं की वैक्सीन रखी गई थी. यहां से समय-समय पर ये वैक्सीन टीमों ले जा रही थीं. उन्होंने बताया कि कोल्डस्टोर में आलू का स्टॉक समाप्त हो जाने के बाद डीप फ्रीजर वगैरह को बंद कर दिया था. इसकी सूचना मैंने पशु चिकित्सालय को फोन से दे दी थी.
जांच में सुरक्षित मिली वैक्सीन
अपर निदेशक पशुपालन विभाग मेरठ मंडल राजेश कुमार ने बताया कि हालांकि वैक्सीन की वर्तमान में करीब एक लाख डोज कोल्डस्टोर में थी, जो जांच के बाद सही पाई गई है. उन्होंने बताया कि वैक्सीन पूरी तरह से तरह से सुक्षित है और पशुओं को लगाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि समय से वैक्सीन को संरक्षित कर देना चाहिये था. इस संबंध में अफसर को भी नोटिस दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जो भी कार्टन कोल्ड स्टोर में मिले थे उसे फिजिकली चेक किया गया. प्रत्येक कार्टन में एक स्टीप होती है, जिसपर इंडीकेटर होता है और उस पर अंकित रहता है कि अगर सफेद निशान का रंग बदल जाये तो वैक्सीन खराब हो चुकी है. जबकि कोल्ड स्टोरेज में रखी गई सभी वैक्सीन की स्टीप पर सफेद निशान पाए गए हैं.