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'बॉलीवुड में है नेपोटिज्म, लेकिन ये सोचकर हार मानना ठीक नहीं'

अभिनेता सौरभ अरोड़ा इस समय अपने मूल आवास बुलन्दशहर आए हैं. सौरभ से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बॉलीवुड में भाई-भतीजावद तो है, लेकिन इसे सोचकर हार नहीं मानना चाहिए. उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या पर भी प्रतिक्रिया दी. पढ़ें बातचीत के कुछ अंश.

एक्टर सौरभ अरोड़ा
एक्टर सौरभ अरोड़ा

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Published : Jul 7, 2020, 6:48 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहरः बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद है और इसे देखकर एक एक्टर को अपनी रफ्तार नहीं रोकनी चाहिए. जरूरत है खुद के भरोसे पर काम करने की और आगे बढ़ने की. ये कहना है पिछले 6 साल से लगातार रुपहले पर्दे पर खुद को स्थापित करने में लगे अभिनेता सौरभ अरोड़ा का. सौरभ मूल रूप से बुलन्दशहर के रहने वाले हैं. सुशांत सिंह राजपूत के दुनिया से अलविदा होने पर भी सौरभ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

सुशांत सिंह राजपूत के दुनिया को अलविदा कहने के बाद से लगातार लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं. कोई अच्छे कलाकार को खोने पर इस मामले में गहनता से जांच की बात कर रहा है. कोई सुशांत की मौत को आत्महत्या मानने से इनकार करता है. वहीं नेपोटिज्म के मुद्दे पर भी माया नगरी में काफी चर्चाओं का दौर चल रहा है.

मेहनत करने पर मिल सकती है कामयाबी
ईटीवी भारत ने इस मुद्दे पर अभिनेता सौरभ अरोड़ा से बात की. सौरभ यूं तो बुलंदशहर जिले के मूल निवासी हैं, लेकिन पिछले 6 वर्षों से प्रिंट, टीवी और बड़े पर्दे पर कई प्रोजेक्ट भी अब तक कर चुके हैं. सावधान इंडिया, क्राइम पेट्रोल और धारावाहिक लाल इश्क सीरियल्स में इन्होंने काम किया है. सौरभ ने कहा कि बुलन्दशहर या फिर अन्य शहरों से बॉलीवुड में जाना और खुद को स्थापित करना आसान नहीं है, लेकिन लगन हो तो कामयाबी मिलने की संभावनाएं बनी रहती हैं.

एक्टर सौरभ अरोड़ा से खास बातचीत.

बॉलीवुड में है भाई-भतीजावाद
उन्होंने कहा कि ये सच है कि वहां भाई-भतीजावाद भी काफी है, उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं तोड़ी. यही वजह है कि कुछ माह पूर्व ही उन्हें बॉलीवुड में तीन नए प्रोजेक्ट्स मिले भी हैं. उन्होंने कहा जो वर्तमान में हालात हैं उसमें एक आर्टिस्ट को पूरी तरह से खुद को फिट और प्रीपेयर रखना होगा. सौरभ ने बताया कि जल्द ही विद्युत के साथ उनकी एक फिल्म भी आने वाली है, जिसमें उन्हें काम करने का मौका मिला है.

सौरभ ने बताया कि एक अभिनेता के लिए माया नगरी में जाकर सर्वाइव करना तभी संभव है जब वह खुद को पहले वहां के माहौल के हिसाब से ढाल ले. माया नगरी में लोग पूरी तरह से प्रोफेशनल हैं और वहां की दौड़भाग में किसी को किसी के लिए समय ही नहीं है.

हार मानने वाले नहीं थे सुशांत सिंह राजपूत
उन्होंने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि कम समय में जिस तरह से सुशांत राजपूत ने फिल्म इंडस्ट्री में खुद को स्थापित किया. जो नाम उन्होंने कमाया वो आसान नहीं होता. सौरभ का कहना है कि एक अभिनेता का असमय इस तरह से चले जाना कहीं न कहीं विचलित करता है. अभिनेता सौरभ का कहना है वह इतनी जल्दी हार मानने वाले नहीं थे. कारण कुछ भी हो बहुत बड़ा ही रहा होगा तभी सुशांत सिंह ने ऐसा कदम उठाया.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

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