बुलंदशहर: जिले के नेशनल हाईवे 91 पर कासगंज के सर्राफा व्यापारी के कर्मचारियों से कार सवार लुटेरों ने इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर 72 लाख रुपये की नगदी लूट ली. सर्राफा के कर्मचारी कासगंज से दिल्ली के चांदनी चौक स्थित सर्राफा व्यापारी को देने कार से पैसे देने जा रहे थे. इस वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया, हालांकि पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम जांच में जुटी है.
अधिकारी बनकर की ठगी
कासगंज के सर्राफा व्यापारी नवनाथ जाधव के कर्मचारी ओंकार और शिवाजी टीयूवी कार में सवार होकर ड्राइवर राकेश के साथ दिल्ली जा रहे थे. ओंकार ने बताया सर्राफा व्यापारी ने 72 लाख रुपए की रकम दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित एक व्यापारी को पहुंचाने के लिए दी थी. गाड़ी की पिछली सीट पर शिवाजी बैठा हुआ था और वहीं बैग में लगभग 72 लाख रुपये रखे हुए थे. दिन में करीब 11 बजे गाड़ी अग्रवाल फ्लाइंग ओवर खुर्जा के पास पहुंची कि तभी पीछे से एक सफेद रंग की बोलेरो नंबर यूपी 3740 ने ओवरटेक करते हुए रुकने का इशारा किया. ड्राइवर ने गाड़ी रोक दी, बोलेरो में से दो आदमी आए और खुद को इनकम टैक्स का अधिकारी बताते हुए गाड़ी के कागज और बैग में रखे हुए समान के बारे में पूछने लगे. एक आदमी शिवाजी के पास में पिछली वाली सीट पर जाकर बैठ गया. शातिरों ने गाड़ी के कागज चेक करते हुए इनसे पूछताछ करनी चालू कर दी. इन दौरान सभी का ध्यान भटक गया तभी पीछे बैठे शख्स ने धीरे से बैग में रखे हुए पैसे निकाल लिए. ठग ने ओंकार से कहा कि कि तुम आगे-आगे चलो हम पीछे से आ रहे हैं.
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ओंकार ने बताया कि वह लोग काफी दूर तक तो हमारे पीछे चलते रहे, लेकिन हाईवे पर आगे फ्लाईओवर के नीचे से अचानक वह लोग गायब हो गए. जब इन्होंने बैग देखा तो उसमें से पैसे गायब थे. जिसके बाद पीड़ितों ने शातिरों के खिलाफ आपको अधिकारी बताकर गुमराह करते हुए चेकिंग के बहाने से रुपये की चोरी का मुकदमा दर्ज कराया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है.