बुलंदशहर: सरकार द्वारा 2012 से चलाई जा रही अंतर धार्मिक शादी विवाह प्रोत्साहन योजना और अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत सरकार प्रोत्साहन राशि प्रदान करती है. इस योजना के अंतर्गत जिले में अब तक कुल 6 दंपत्ति ने ही इस योजना का लाभ उठाया है. इस योजना के फ्लाप होने की मूल वजह योजना का प्रचार प्रसार न होना माना जा रहा है.
विवाह प्रोत्साहन योजना का दंपतियों ने नहीं उठाया लाभ. विवाह प्रोत्साहन योजना का दंपतियों ने नहीं उठाया लाभ
इस योजना को हालांकि काफी वक्त हो चुका है, लेकिन अभी तक सिर्फ 6 दंपति ने सरकार की तरफ से मिलने वाली पुरस्कार स्वरूप प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन किया और इसका लाभ उन्हें प्रशासन की जांच पड़ताल के बाद मिला. हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि लोगों में जागरूकता की कमी के चलते इस योजना की जानकारी नहीं हो पाती है. इस योजना की पात्रता के दायरे में आने वाले लोग जानकारी का अभाव होने की वजह से सरकार की तरफ से मिलने वाली 50 हजार रुपये की धनराशि को लेने से चूक जाते हैं.
दरअसल, सरकार के द्वारा समाज में एकरूपता लाने के उद्देश्य से इस योजना को शुरू गया था. इस योजना के अंतर्गत दोनों में से एक अति पिछड़ी या एससी वर्ग से है और तय तमाम नियम व शर्तों को पूरा करते हैं, तो इस योजना के तहत ऐसी दंपत्ति को 50 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप देने का प्रावधान बनाया गया था. लेकिन बुलंदशहर में व्यापक प्रचार-प्रसार ना होने के कारण इस योजना की जानकारी शायद लोगों को नहीं हो पाई, जिसके चलते लोग इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाते हैं.