बस्ती: जिले की पुलिस और आरपीएफ की टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है. रेलवे टिकट हैकर के मास्टर माइंड हामिद के पिता जमीरूल और साथी योगेन्द्र को पुलिस ने अरेस्ट किया है. गैंग के सरगना हामिद के ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की. छापेमारी में 12 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज बरामद हुए हैं.
ई-टिकट हैकर के मास्टरमाइंड के ठिकानों पर छापेमारी. 12 करोड़ की संपत्ति बरामद
इसमें मुम्बई के अहमदनगर में 2 करोड़ कीमत का प्लाट, थाणे में 1 करोड़ का फलैट, बस्ती के कप्तानगंज में 3 करोड़ का एचएमडी माल, बनकटा मिश्र में ढाई बीघा जमीन कीमत 1 करोड़ समेत कई अन्य प्रापर्टी के दस्तावेज बरामद हुए हैं. 60 लाख के बाण्ड पेपर, 18 खातों में 30 लाख रूपए जब्त किए गए हैं, इसके अलावा एक कार, लैपटाप, 6 मोबाइल बरामद हुई है. अब तक हामिद गैंग के 5 सदस्यों को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है, लेकिन मास्टर माइण्ड अशरफ अभी पुलिस की पकड़ से दूर है. विदेश में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है. हामिद को सीबीआई की टीम भी तलाश कर रही है.
सॉफ्टवेयर के जरिए बुक करता था टिकट
27 अप्रैल 2016 की रात में सीबीआई बैंगलोर की टीम ने हामिद के पुरानी बस्ती के ठिकाने पर छापेमारी कर अरेस्ट किया था. बाद में हामिद जमानत पर बाहर आ गया थी. कुछ साल शांत रहने के बाद फिर से अपने पुराने काम रेलवे की साइट को हैक करके टिकट बनाने लगा. इसके बाद उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया थी. जिसके बाद से यह फरार चल रहा है. इसके नेपाल में छिपे होने की आशंका जताई जा रही है. हामिद हाईस्कूल पास है. उसने रेलवे रिजर्वेशन ई-टिकट को बुक करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाया. सॉफ्टवेयर का नाम रेडमिर्ची और एएनएसएस रखा. इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से रेलवे के तत्काल टिकट को रेलवे की साइट खुलते ही हैक कर बुक कर लिया जाता था.
सॉफ्टवेयर कंट्रोल लागिन करता था हैण्डल
हामिद ने इस सॉफ्टवेयर को देश के कई राज्यों में एजेंटों को बेचा और उसका कंट्रोल लागिन अपने आप हैण्डल करता था. इसके एवज में एजेंटों द्वारा टिकट की बुकिंग पर कमीशन और साफ्टवेयर के लिए महीना तय किया गया. इस नेटवर्क से हामिद ने करोड़ो की काली कमाई की. बहरहाल इस नेटवर्क को तोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है. लेकिन मास्टरमाइड हामिद अभी पुलिस की पकड़ से दूर है.