बस्ती: गंभीर मरीजों के लिए सीसीयू से लैस हुआ कैली हॉस्पिटल
बस्ती जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. इसी कड़ी में लेवल-टू के हॉस्पिटल कैली को सीसीयू (क्रिटिकल केयर यूनिट) से लैस कर दिया गया है. गंभीर मरीजों के इलाज में कोई दिक्कत न आए इसके लिए यह व्यवस्था की गई है.
बस्ती: जनपद में बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों को लेकर जिला प्रशासन लगातार अपनी तैयारियों को और पुख्ता करता जा रहा है. इसी कड़ी में लेवल-टू के हॉस्पिटल कैली को सीसीयू (क्रिटिकल केयर यूनिट) से लैस कर दिया गया है. इससे अब गंभीर मरीजों के इलाज में दिक्कत नहीं आएगी. इसमें डीएम आशुतोष निरंजन ने 28 वेंटिलेटर, 16 डॉक्टर और 90 पैरा मेडिकल स्टाफ की एक टीम बनाकर तैनात कर दिया है.
कोरोना को हराने को लेकर वैसे तो डीएम आशुतोष निरंजन के नेतृत्व में जिले का पूरा महकमा रात दिन जुटा हुआ है. वैसे तो जनपद में लेवल-वन के कई अस्पताल हैं. कई स्कूलों और हॉस्पिटल्स को क्वारंटाइन सेंटरों के रूप में बनाया गया है. यहां जांच-पड़ताल के अलावा सामान्य इलाज भी किए जा रहे हैं. इसके अलावा मुंडेरवा में 15 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आइसोलेशन वार्ड में इलाज चल रहा है. लेकिन इन सब तैयारियों के बावजूद कोरोना पॉजिटिव की संख्या 20 तक पहुंच गई है. जिसके बाद जिला प्रशासन ने ओपेक चिकित्सालय कैली को लेवल टू श्रेणी का अस्पताल बनाया है.
गंभीर मरीजों के लिए बनाया गया क्रिटिकल केयर यूनिट
यहां क्रिटिकल केयर यूनिट बनाया गया है जिससे गम्भीर मरीजों का इलाज किया जा सके. इसके अलावा आइसोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर रूम स्थापित किया गया है. सीएमएस डॉ. जीएम शुक्ल ने बताया है कि अस्पताल में आने वाले गंभीर मरीज को ट्राइएज में डॉक्टरों की टीम रिसीव करेगी. यहां डॉक्टर तय करेंगे कि मरीज को क्रिटिकल केयर यूनिट या वेंटिलेटर रूम में रखना है. वहीं लेवल-टू के अस्पताल के लिए डॉक्टरों व पैरा मेडिकल स्टाफ की टीम बनाई गई है.
साथ ही यहां 16 डॉक्टरों के साथ 90 पैरा मेडिकल स्टाफ हैं. यह लोग शिफ्ट में सात दिनों तक ड्यूटी करेंगे इसके बाद इन्हें 14 दिनों तक क्वारंटाइन के लिए तय स्थानों पर रखा जाएगा. इसमें जांच के बाद अगर यह स्वस्थ पाए गए तो उन्हें आराम दिया जाएगा.