बस्ती: जनपद के सीडीओ के द्वारा आयुष्मान भारत की प्रगति को लेकर शुक्रवा को हुई मीटिंग में गालीकांड का मामला शनिवार को जैसे ही शासन में पहुंचा, तो आनन फानन में एक हाइलवेल मीटिंग हुई. इसके बाद जिला प्रशासन और डॉक्टरों के बीच चल रही तनातनी माफी मांगने के बाद समाप्त हो गई. बस्ती डीएम अंद्रा वामसी ने इस प्रकरण में पहल की. सीडीओ और सीएमओ के बीच हुए विवाद में सुलह करवा दी. डीएम ने इस मामले में अपना पक्ष जारी करते हुए बताया कि दोनों ही अफसर को अपने आचरण में अनुशासन और सौम्यता लाने की अपील की गई.
शुक्रवार को मीटिंग के दौरान सीडीओ जयदेव सीएस ने सीएमओ के साथ दुर्व्यवहार किया था. आयुष्मान भारत में सीएमओ और इस योजना के नोडल अधिकारी को साफ तौर पर निर्देश भी दिया गया है कि एक माह के अंदर जनपद में एक लाख उन्हत्तर हजार आयुष्मान भारत के कार्ड बनाए जायेंगे. इससे पूरे प्रदेश में फिसड्डी बना बस्ती जिले की रैंकिंग में सुधार होगा. डीएम के इस कड़े रुख के बाद बस्ती के स्वास्थ्य अधिकारी अब अपने अपने काम पर लौट आए हैं. शुक्रवार शाम को मीटिंग के दौरान सीडीओ ने सीएमओ और एसीएमओ को आयुष्मान भारत योजना में ढिलाई बरतने पर गाली दी थी. इसके बाद यह मामला तूल पकड़ने लगा और जनपद के सभी एमओआईसी कमिश्नर को इस्तीफा देते हुए कार्रवाई की मांग की थी. इतना ही नहीं एसीएमओ से इस घटना से इस कदर आहत हुए कि उन्हें हार्ट अटैक भी आ गया. उनका इलाज गोरखपुर में चल रहा है.
ये है पूरा मामला:आईएएस अफसर और बस्ती जनपद के सीडीओ सीएस जयदेव शुक्रवार को उस वक्त चर्चा में आ गए ,जब स्वास्थ्य महकमे की एक मीटिंग के दौरान उन्होंने सीएमओ से अभद्र भाषा का प्रयोग किया. फिर क्या था बैठक में सीडीओ की गाली सुनने के बाद सीएमओ नाराज होकर उठे और चले गए. इसके बाद सीएमओ ने अपने विभाग के डॉक्टरों से बात की. इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि सम्मान से समझौता नहीं होगा. इसके बाद जनपद के सभी 14 सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों ने मंडल के आयुक्त अखिलेश सिंह से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की.