बस्ती: उत्तर प्रदेश में जिलों के नाम बदलने का सिलसिला लगातार जारी है. योगी सरकार मुगलसराय जिले का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर, इलाहाबाद का प्रयागराज और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या करने के बाद अब बस्ती जिले के नाम बदलने की तैयारी में है. डीएम आशुतोष निरंजन के अनुसार बस्ती जिले का नाम बदलकर वशिष्ठ नगर करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है.
बस्ती जिला बनेगा वशिष्ठ नगर, जिलाधिकारी ने शासन को भेजा प्रस्ताव
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले का नाम बदलकर वशिष्ठ नगर करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर सरकार को इस बारे में प्रस्ताव भेजा है. वहीं इस बारे में जानकारी देते हुए डीएम ने बताया कि बस्ती जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव राजस्व बोर्ड को भेजा गया है.
सांसद और विधायक ने जिले का नाम बदलने की रखी थी मांग
जिला प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर सरकार को रिपोर्ट भेजी है. डीएम ने बताया कि बस्ती जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव राजस्व बोर्ड को भेजा गया है. बस्ती महोत्सव में साल भर पहले मुख्यमंत्री ने बस्ती मेडिकल कॉलेज का नाम बदलकर महर्षि वशिष्ठ के नाम पर रखने का ऐलान किया था. महर्षि वशिष्ठ भगवान राम के गुरू थे. मेडिकल कॉलेज का नाम बदले जाने के बाद से ही सांसद हरीश द्विवेदी और विधायक अजय कुमार सिंह ने जिले का नाम बदलने की मांग शुरू कर दी थी.
बस्ती का नाम बदलने पर आएगा 1 करोड़ का खर्च
पहली बार 28 नवंबर 2018 को जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव राजस्व बोर्ड को भेजा गया था. राजस्व परिषद ने आयुक्त और डीएम को भेजे पत्र में इस बात पर आपत्ति जताई थी कि बस्ती का नाम वशिष्ठ नगर करने के लिए करीब एक करोड़ रुपये का खर्च होंगे. भाजपा विधायक योगी सरकार के इस प्रस्ताव को लेकर बेहद खुश हैं. विधायक अजय कुमार सिंह का कहना है कि ऐतिहासिक और पौराणिक दृष्टि से बस्ती को अब उसकी असली पहचान मिलेगी.