बरेली: जिले के रिटायर्ड आर्मी अधिकारी 6 लोगों की टीम के साथ गंगा परिक्रमा करने जा रहे हैं. परिक्रमा 16 दिसंबर से शुरू होकर 8 अगस्त 2021 को पूरी होगी. प्रयागराज जिले के झूंसी संगम तट से 16 दिसंबर को परिक्रमा शुरू होगी. 5 हजार किलोमीटर की परिक्रमा को 230 दिन में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
परिक्रमा यूपी, बिहार, झारखंड, और बंगाल के गंगासागर से होते हुए उत्तराखंड के गौमुख पहुंचकर वापस प्रयागराज में समाप्त होगी. इस दौरान करीब 53 जिले भी रास्ते में पढ़ेंगे, जहां से टीम परिक्रमा करते हुए निकलेगी. टीम के सभी सदस्यों ने अपना कोरोना टेस्ट भी कराया है. यात्रा के दौरान सभी सदस्य अलग-अगल टेंट में रहेंगे.
एक दिन में 35 किलो मीटर दूरी तय करने का लक्ष्य
230 दिनों तक चलने वाली गंगा परिक्रमा के लिए टीम एक दिन में 20 से 35 किलोमीटर दूरी तय करने लक्ष्य रखा है. इस दौरान मेडिकल और सिक्योरिटी की भी टीम रहेगी. परिक्रमा करने के दौराम टीम के सदस्य गंगा को एक ओर से दूसरी ओर तक पार करके नहीं जाएंगे. परिक्रमा के दौरान टीम गंगा से एक योजन यानी 12. 5 किलोमीटर से अधिक दूर नहीं जाएगी. अगर गंगा से एक योजन दूर जाना भी पड़े तो 24 घंटे के अंदर गंगा के दर्शन करना अनिवार्य है.
अभी तक किसी ने नहीं की है गंगा की परिक्रमा
बरेली के सुभाष नगर निवासी रिटायर्ड आर्मी अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि गोमुख में रहने वाले उनके गुरु बाबा गोपाल दास ने साल 1986 में गंगा की परिक्रमा शुरू की थी. इस दौरान वह अपने गुरु के साथ गोमुख से हरिद्वार तक रहें. उन्होंने बताया कि बाबा जैसे ही नरोरा पहुंचे तभी बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और उनकी हत्या कर शव को फेंक दिया, जिस कारण परिक्रमा पूरी नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि अपने गुरु के अधूरे काम को अब वह पूरा करेंगे.