बरेली: तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती, नजारे हम क्या देखें... चांद सी मेरी महबूबा हो ऐसा तुमने सोचा है... बरेली में कोरोना से हुई पति की मौत के बाद शव के सामने बदहवास पत्नी प्यार के तराने गाती रही... आंसू तो सूख चुके थे लेकिन याद थी अस्पताल में हुई वो पहली मुलाकात जिसके बाद दोनों ने एक-दूसरे के साथ जिंदगी बिताने की कसमें खाई थीं. पति के शव पर पत्नी ये तराने इसलिए सुनाती रही कि पति ने पहली मुलाकात में उसे ये गाने सुनाए थे...
सामने कफन में लिपटा पति का शव, और करुण स्वर में गाना गाती पत्नी. यह वाकई में भावुक कर देने वाला नजारा था, जिसे देखने और सुनने वाले हर शख्स की आंखों में आंसू आ गए.
पति के शव के समीप तक न जा सकी पत्नी. पति के जाने के गम में पत्नी अपनी सुध-बुध ही खो बैठी. उसकी हालत ऐसी हो गई कि वह शव को निहारते हुए प्यार भरे गाने गाती रही. वह आस-पास मौजूद लोगों को करुणा स्वर में अपनी लव स्टोरी सुना रही थी.
पति के शव के पास पत्नी गाती रही मोहब्बत के तराने. दरअसल उसका शौहर अक्सर यही गाना गुनगुनाया करता था. दोनों की मुलाकात एक अस्पताल में ही हुई थी, तब दोनों का रिश्ता बस उतना ही था, जितना एक डॉक्टर और मरीज के दरम्यान होता है. दोनों ने आंखों ही आंखों में इश्क का इजहार कर दिया, कुछ वक्त बाद दोनों ने निकाह भी कर लिया. उन पलों को याद करते हुए मृतक की बीवी फूट फूटकर रो पड़ती है. खैर इसे एक इत्तेफाक ही कहगें कि दोनों की पहली मुलाकात अस्पताल में हुई थी और आखिरी भी.
आपको बता दें कि इन दोनों की लव मैरिज हुई थी. दोनों की पहली मुलाकात अस्पताल में हुई थी. पत्नी उन दिनों को याद कर विलख रही थी. पत्नी यह भी कह रही थी कि अगर तुमको कोरोना था तो मुझे क्यों नहीं हुआ?
इस दौरान महिला के मुख से प्यार और करुणा भरी ये कहानी सुनकर हर किसी की आंखे भर आयी. लाचार पत्नी अंत समय में अपने पति के समीप भी न जा सकी.
बता दें कि कोरोना संक्रमित की मौत के बाद पत्नी ही नहीं बल्कि पूरा परिवार सदमे में है. घर में कमाने वाला अकेला वही व्यक्ति था, परिवार में तीन बच्चे, मां, बीवी और एक विक्षिप्त चाचा हैं. उसकी असामयिक मौत के बाद परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट सामने आ गया है.