बरेली: दिल्ली, हरियाणा, पानीपत, सोनीपत, आनंद विहार और गाजियाबाद बस स्टैंड लोगों से पटा रहा. सुबह से ही नेशनल हाइवे पर यह नजारा देखने को मिला
कि बसों में ठूंस-ठूंस कर और छतों पर बैठाकर लोगों को लेकर बसें जा जा रही हैं.
उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, बसों और गाड़ियों में ठूंस-ठूंस कर भेजे जा रहे लोग - bareilly khabar
सैकड़ों की संख्या में दूसरे राज्यों से लोग बसों में ठूंस-ठूंस कर भेजे जा रहे हैं. इन लोगों की जांच न ही बस स्टेंड पर हो रही है न ही जिला सीमाओं पर. न उनके सैनेटाइजिंग की कोई व्यवस्था दिखी न कोई जागरूकता दिखी. ऐसे में यदि एक व्यक्ति संक्रमित पाया जाता है तो कितनों को यह बीमारी फैलाएगा यह सोचने वाली बात है.
सैकड़ों की संख्या में दूसरे राज्यों से आये लोगों को पुलिस खदेड़ रही है. महिला-पुरुष और बच्चे बसों की छतों पर बैठ कर जा रहे हैं. एक बस आती है कुछ ही मिनटों में दूसरी बस खचाखच भरी आती है. बसों के ऊपर भी बैठने को जगह नहीं है. मानों कोरोना के डर के आगे, ओवर लोडेड बसों में बैठकर जाने ही बेहतर है.
बसों में बैठे लोगों की कहीं नही हो रही जांच
ऐसे में एक सवाल उठ रहा है कि जो लोग दूसरी राज्यों से आ रहे हैं पर इनकी जांच बस स्टैंडों पर हो रही है. जिला की सीमाओं पर भी यहीं हाल है. इससे प्रतीत होता है कि बस में एक संक्रामक व्यक्ति है तो वह कितने लोगों के टच में रहेंगा और वह कितने लोगों को यह बीमारी फैलाएगा.
लॉकडाउन में सैंकड़ों लोग एक जगह कैसे
उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन है. सड़कों पर इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर किसी तरह के वाहनों के परिचालन पर रोक है. एक जगह दस लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी है. लेकिन बस स्टैंड का नजारा देख, किसी का मन विचलित हो जाएगा. क्योंकि एक जगह सैकड़ों लोग खड़े थे. वह भी बिना किसी सुरक्षा इंतजाम के. न उनके सैनिटाइजिंग की कोई व्यवस्था दिखी न कोई जागरूकता दिखी.