बरेलीःजिले के सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज देने का शासन-प्रशासन लाख दावे करता है लेकिन डॉक्टरों की कमी के चलते मरीजों के बेहतर इलाज नहीं हो पाता. जिले के सरकारी अस्पतालों में तैनात कुछ डॉक्टर ऐसे भी है जो बरसों पहले छुट्टी पर गए थे और आज तक नहीं लौटे हैं. सरकारी अस्पतालों में तैनात 11 डॉक्टर पिछले कई सालों से बिना बताए गायब चल रहे हैं. इनमें से कुछ पिछले 5 साल से कुछ 2 सालों से छुट्टी पर चल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से इन्हें बुलाने के लिए कई बार नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं. इसके बाद भी इनका न कोई जवाब आया और न ही खुद ही आए.
बरेली के स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ डॉ. सुधीर कुमार गर्ग ने बताया कि जिले में 12 डॉक्टर लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे हैं. 2015 से लेकर अब तक से गायब चल रहे 12 डॉक्टरों में से ने रिटायरमेंट ले लिया है, जबकि 11 डॉक्टरों का कोई अता पता नहीं है. इन डॉक्टरों को बुलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बार-बार नोटिस भी उनके पते पर भेजे गए. इसके बाद भी न तो कोई डॉक्टर लौटकर आया न ही किसी ने नोटिस का जवाब दिया.
सीएमओ ने बताया कि 3 महीने से अधिक समय से अनैच्छिक अवकाश पर चल रहे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के महानिदेशक को रिपोर्ट भेज दी गई है. डॉक्टरों को भी पत्र भी जारी किए जा चुके हैं कि वह अपनी ड्यूटी ज्वाइन करें. उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की सेवा समाप्ति का निर्णय शासन स्तर पर ही लिया जाएगा.