बाराबंकी: जिले में चुनावी रंजिश में एक महिला की हत्या के बाद पुलिस द्वारा उसके पति को पूछताछ के लिए थाने में रोक लिया गया. थाने में बैठाए जाने से नाराज परिजनों ने बुधवार को महिला का शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इनकी मांग थी कि युवक को पुलिस लेकर आए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करे. आखिरकार जब पुलिस युवक को लेकर आई तो ग्रामीणों ने बवाल काट दिया. प्रदर्शनकारियों द्वारा युवक को छीनने का प्रयास किया गया और पुलिस से भिड़ गए. पुलिस पर ईंट-पत्थर भी चलाए गए. जवाब में पुलिस ने लाठियां भांजकर प्रदर्शनकारियों को तितर बितर किया.
जानें क्या था मामला
बताते चलें कि कोठी थाना क्षेत्र के अरुई गांव के रहने वाले दामोदर प्रसाद अपनी पत्नी संगीता के साथ कार से मंगलवार की रात बाराबंकी से अपने गांव जा रहे थे. बताया जा रहा है कि तकरीबन 11 बजे जैसे ही इनकी गाड़ी असन्दरा थाना क्षेत्र के सिद्धौर-कैसरगंज मार्ग पर अरुई गांव के नजदीक पहुंची कि इनकी गाड़ी को तीन बाइकों और एक बोलेरो गाड़ी पर सवार कुछ लोगों ने ओवरटेक करके रोक लिया और इन पर जानलेवा हमला बोल दिया, जिसमे संगीता की गोली लगने से मौत हो गई. दामोदर जान बचाकर भागा तो आरोपियों ने उसको भी लाठी-डंडों से जमकर पीटा.
सूचना पर पहुंची पुलिस
सूचना पर पहुंची पुलिस को दामोदर ने बताया कि उसके गांव के सोनू उर्फ सतेंद्र वर्मा, महेंद्र कुमार, रंजीत वर्मा से उसकी चुनावी रंजिश चल रही थी. सोनू ने अपने सात-आठ साथियों के साथ मिलकर उस पर हमला किया और उसकी पत्नी की गोली मार कर हत्या कर दी. असन्दरा पुलिस ने दामोदर की तहरीर पर मुकदमा लिखकर मृतका संगीता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.