बाराबंकी: मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को दूसरे सामान्य बच्चों की तरह मुख्यधारा में लाने के लिए बाराबंकी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया है. इसके तहत गणतंत्र दिवस पर जनपद न्यायाधीश राधेश्याम यादव ने प्रोफेशनल साइकिल राइडर्स की एक टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये साइकिल राइडर 101 किलोमीटर साइकिलिंग करते हुए बाराबंकी और लखनऊ के विभिन्न स्थानों पर जाएंगे. ये साइकिल राइडर वहां जाकर लोगों को मानसिक रोगों से बचाव के लिए जागरूक करेंगे. साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पम्फ्लेट्स भी बांटेंगे.
राइडर्स चलाएंगे 101 किमी साइकिल, मानसिक रोगों के प्रति करेंगे जागरूक - मानसिक रोगों से बचाव के लिए जागरूक
बाराबंकी जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने विशेष जागरूकता अभियान शुरू किया है. इसमें साइकिल राइडर 101 किलोमीटर साइकिलिंग करते हुए बाराबंकी और लखनऊ के विभिन्न स्थानों पर जाएंगे. वहां जाकर वे लोगों को मानसिक रोगों से बचाव के लिए जागरूक करेंगे.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का उद्देश्य
प्राधिकरण का उद्देश्य है कि जनजागरूकता के जरिए लोग मानसिक बीमारियों से बच सकते हैं. इसके अलावा प्राधिकरण के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी लगातार सर्वे कर मानसिक पीड़ितों की खोज कर उनका इलाज करती है. प्राधिकरण सचिव श्वेता चंद्रा ने बताया कि ये राइडर्स 101 किमी की यात्रा करेंगे. इस दौरान वे जगह-जगह रुककर लोगों को जागरूक करेंगे.
वर्तमान समय में तमाम तरह के तनावों से भरी जिंदगी के चलते मानसिक रोगियों की तादाद बढ़ रही है. ऐसे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक करके ही इस बड़ी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. इस दिशा में विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शुरू की गई ये पहल वाकई काबिले तारीफ है.
-राधेश्याम यादव, जनपद न्यायाधीश