बाराबंकी: गोद भराई की रस्म हो चुकी थी. आने वाली 16 जुलाई को दोनों शादी के बंधन में बंधने वाले थे, फिर न जाने क्या हुआ कि साथ-साथ जीने मरने की कसमें खाने वाले प्रेमी-प्रेमिका ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. पहले दोनों रेलवे ट्रैक पर बैठकर गले मिले फिर नगर कोतवाली के आलापुर के करीब सफीपुर रेलवे क्रासिंग पर शनिवार को सुबह 10 बजे के आसपास लखनऊ से बनारस की ओर जा रही 03010 डाउन एक्सप्रेस के आगे अचानक एक साथ कूदकर जान दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों की शिनाख्त शुरू की. रेलवे ट्रैक के पास में ही एक टूट हुआ मोबाइल पड़ा था. उसके सिम से पुलिस ने छानबीन शुरू की तो दोनों युवक और युवती की शिनाख्त हो गई.
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने देखा कि एक लड़का और लड़की रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं. थोड़ी देर बाद लखनऊ की ओर से ट्रेन आती दिखी. जब तक वो कुछ समझ पाता उसने देखा कि दोनों एक दूसरे से गले मिले और फिर ट्रेन के आगे कूद गए. मृतक युवक और युवती की शिनाख्त शहर के गांधीनगर मोहल्ले के रहने वाले सूरज पुत्र बेचू और ज्योति पुत्री प्रेमचन्द्र के रूप में की गई. मृतक सूरज के पिता ने बताया कि बीती रात से उसका बेटा घर से गायब था. खोजबीन की लेकिन पता नहीं चला और अब उसकी मौत की खबर मिली. युवती के चाचा ने बताया कि ज्योति के मां-बाप नहीं हैं. सुबह मेरा भतीजा आया तो उसने बताया कि ज्योति घर पर नहीं है. उसने फोन किया तो ज्योति ने बताया कि वो बस स्टेशन पर है अभी थोड़ी देर में आ जाएगी.
एक दूसरे से मिले गले और फिर रेलवे ट्रैक पर लव स्टोरी का हो गया 'दी एन्ड'
बाराबंकी में रेलवे ट्रैक पर एक प्रेम कहानी का अंत हो गया. परिवार ने दोनों की सहमति से शादी तय कर दी थी. फिर न जाने क्या बात हुई कि जीने मरने की कसमें खाने वाले प्रेमी-प्रेमिका ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी.
बाराबंकी में रेलवे ट्रैक पर कूदा प्रेमी जोड़ा
ज्योति के चाचा रामसिंह ने बताया कि कुछ समय पहले शादी की बात चलने पर उसने कहा था कि उसकी शादी अगर सूरज से नहीं हुई तो वह जान दे देगी. इस बात से उसके चाचा-चाची और परिवार के लोगों ने सूरज के साथ शादी तय कर दी थी. सूरज के पिता ने बताया कि उन लोगों ने हंसी-खुशी दोनों की शादी तय की थी. गोदभराई की रस्म भी हो गई थी, शादी के कार्ड छप चुके हैं. आगामी 16 जुलाई को दोनों की शादी होनी थी फिर न जाने कौन सी बात को लेकर दोनों ने जान दे दी.