बांदा: जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. वहीं मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या भी अब सरकारी अस्पतालों में बढ़ने लगी है. मलेरिया, सर्दी, खांसी, बुखार और उल्टी-दस्त के मरीजों की लंबी लाइनें अस्पतालों में लग रही हैं. डाॅक्टरों का कहना है कि ऐसे मौसम में कुछ सावधानियां बरत कर मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है.
ट्रामा सेंटर के ईएमओ डॉ. विनीत सचान ने बताया कि इस समय बारिश का मौसम चल रहा है. वहीं इस समय दिन में गर्मी और रात के समय मौसम कुछ ठंड हो जाता है. ऐसे में बैक्टीरिया और साधारण वायरस के संक्रमण संबंधी बीमारियों के खतरे बढ़ जाते हैं. उन्होंने बताया कि इस समय लोगों को वायरल फीवर, सर्दी, खांसी, जुखाम और पेट संबंधी बीमारियां हो रही हैं. इसके अलावा डेंगू और मलेरिया के फैलने का भी खतरा बढ़ गया है.
बांदा: मौसमी बीमारियों के चलते अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में मौसमी बीमारियों के चलते इन दिनों सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. वहीं डाॅक्टरों का कहना है कि कुछ सावधानियां बरत कर मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है.
मौसमी बीमारियों से लोगों को बचने के लिए इस समय खानपान का विशेष ध्यान देना चाहिए और बाहर की चीजें नहीं खानी चाहिए. जहां तक संभव को गर्म पानी ही पिएं. इसके अलावा कटे हुए फल और ज्यादा मसालेदार खाना खाने से बचें. अगर स्वास्थ्य में जरा भी खराबी समझ आए, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. डाॅक्टर ने बताया कि ऐसे मौसम से साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान देना चाहिए.
डाॅक्टरों का कहना है कि परिवार में किसी को खांसी-जुकाम हो जाए तो उसे हवादार कमरे में रखें. हाथ मिलाने के बाद अगर कुछ खाना पड़े तो पहले हाथ अच्छी तरह से साफ कर लें. साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और आसपास जलभराव और गंदगी न होने दें.