बांदा:जनपद में शुक्रवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले लोगों ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. साथ ही प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. प्रदर्शन कर रहे लोगों कि मांग है कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा बेचे जाने वाले उर्वरक, कीटनाशक और बीज पर रोक लगाई जाए. साथ ही इन सब चीजों को बनाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जाए.
भारतीय किसान संघ का धरना प्रदर्शन. डीएम कार्यालय में भारतीय किसान संघ के बैनर तले दर्जनों की संख्या में लोग पहुंचे, जिन्होंने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से लोगों ने प्रधानमंत्री से यह मांग की है कि आधुनिक विज्ञान के नाम पर कृषि में नई-नई तकनीकी और पद्धतियों से पर्यावरण परिस्थिति और जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर संकट उत्पन्न हो गए हैं.
रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि हो रही बंजर
कृषि में जैविक खाद के नाम पर रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भूमि बंजर हो गई है. प्रकृति में स्व संचालित जैविक उर्वरता संवर्धन और क्रीट नियंत्रण में सहयोगी कीट और सूक्ष्मजीव कम होते चले गए हैं. इसलिए किसानों को बीज उर्वरक और कीटनाशक बनाने के लिए प्रशिक्षण देना चाहिए, जिससे खेती की लागत में कमी आएगी और किसानों को फायदा होगा.
किसानों की जो बेहतर स्थिती होनी चाहिए वो नहीं है. कैमिकल का इतना प्रभाव बढ़ता जा रहा है कि उस कैमिकल के प्रभाव को कम करने के लिए किसान जैविक खेती करने को तैयार है. बशर्ते जैविक खेती करने के लिए किसानों को सुविधाएं चाहिए.
-कमलेश सिंह, जिलामंत्री, भारतीय किसान संघ
किसानों के साथ जो छलावा हो रहा है उसे ख्तम किया जाए. किसानों को स्वयं बीज भंडारण या बीज संरक्षण की ट्रेनिंग दी जाए.
-आरएन सिंह, सहमंत्री, भारतीय किसान संघ