बांदा:दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में कोरोना के मरीज मिलने के बाद पूरे देश में हड़कम्प मचा हुआ है. तबलीगी जमात से जुड़े सैकड़ों लोगों में अब तक कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. ऐसे में बांदा जिला प्रशासन को 22 ऐसे लोगों के बारे में पता चला है जो निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
जामिया अरबिया मदरसे के बाहर पुलिस और प्रशासन की टीम इन 22 लोगों में 10 लोगों के जमात के कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि हो चुकी है. इन लोगों में चार बांदा के जामिया अरबिया मदरसे के 4 छात्र हैं और बाकी जिले के अलग-अलग इलाकों में रहने वाले लोग हैं.
इन लोगों के बारे में सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने इन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज के आइसोशन वार्ड में भर्ती करा दिया है. जबकि, 12 अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटायी जा रही है.
जामिया अरबिया मदरसे को किया गया सैनिटाइज इसके साथ ही जामिया अरबिया मरदसे को पूरी तरह के बंद कर दिया गया है और लोगों के आने-जाने पर पाबंदी लगा दी गयी है. मदरसे के पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है और पूरे मदरसे के साथ उसके आस-पास के इलाके को सैनिटाइज किया जा रहा है.
निजामुद्दीन मरकज से लौटे 10 लोगों को अब चिन्हित किया गया है. जिन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है. इसके साथ ही 12 अन्य लोगों के बारे में भी पता चला है, जिनकी पुष्टि की जा रही है. अगर वेरिफिकेशन में यह 12 लोग भी आते हैं तो बांदा में कुल मिलाकर ऐसे 22 लोग होंगे जो मरकज में शामिल हुए. इसके साथ ही जनपद हमीरपुर में 2 और जनपद महोबा में 1 व्यक्ति के मरकज में शामिल होने के बारे में पता चला है. और सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को निर्देशित किया गया है. साथ ही सभी चिन्हित लोगों को आइसोलेट किया जा रहा है.
गौरव दयाल, मंडलायुक्त, चित्रकूट
रात में 10 मरीज लाए गए हैं. साथ ही एक मरीज सुबह लाया गया है. जिनमें रात में आए 6 लोगों का सैम्पल भेजा गया है. कुछ लोगों को रात में बुखार था. जिन्हें दवा दी गयी और सुबह उनका स्वास्थ्य ठीक हो गया. हम लोग पूरी तरह से अलर्ट हैं.
डॉ. मुकेश यादव, प्रधानाचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज