बलरामपुरः जहां प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की संख्या लगातार घट रही है, वहीं बलरामपुर जिले के एक स्कूल में बच्चों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अब तो इस स्कूल में कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे भी एडमिशन ले रहे हैं. स्कूल में बच्चों की बढ़ती हुई जनसंख्या और पठन-पाठन से संतुष्ट अभिभावकों ने एक वैन उपलब्ध कराई है.
बलरामपुर के सरकारी स्कूल को अभिभावकों ने दी वैन - प्राथमिक विद्यालय मद्दौभीख प्रवेश
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में स्थित प्राथमिक विद्यालय मद्दौभीख में अभिभावकों ने नई पहल की है. इस विद्यालय में हो रहे पठन-पाठन से संतुष्ट अभिभावकों ने दूर-दराज से आने वाले छात्र-छात्राओं के लिए एक स्कूल वैन मुहैया कराई है. इस वैन के चलाने का पूरा खर्च भी अभिभावक उठाएंगे.
स्कूल में चार से अधिक बच्चे पंजीकृत
जिले के रेहरा ब्लॉक में स्थित प्राथमिक विद्यालय मद्दौभीख में कायाकल्प की शुरुआत यूं ही नहीं हुई. यहां पर तैनात शिक्षकों और उनके अन्य साथियों के मेहनत और लगन ने इस विद्यालय को एक नई ऊंचाई दी. विद्यालय में पहले 110 छात्र-छात्राएं ही पंजीकृत थे, लेकिन विद्यालय के स्टाफ की मेहनत और लगन से अब ये संख्या 400 के पार हो चुकी है. इस स्कूल में आसपास के कान्वेंट स्कूल के बच्चे भी दाखिला लेना शुरू कर दिया है. इस विद्यालय में छात्र-छात्राओं के बैठने के लिए सीट, पीने के पानी की बेहतर व्यवस्था, बालक-बालिका के अलग शौचालय की व्यवस्था, स्वच्छ वातावरण और कॉन्वेंट जैसी पढ़ाई की व्यवस्था है.
अभिभाव स्कूल वैन का खर्च भी उठाएंगे
प्राथमिक विद्यालय मद्दौभीख में पंजीकृत छात्र-छात्राओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कुछ छात्र-छात्राएं तो दूर दराज के इलाकों से आते हैं. 400 से अधिक छात्र-छात्राओं वाले इस विद्यालय में दूर-दराज से आने वाले बच्चों के लिए अभिभावकों ने वैन भेंट की है. स्कूल वैन का खर्चा, चालन व परिचालन की जिम्मेदारी भी अभिभावकों ने खुद ही सम्भाल रखी है.
स्कूल वैन से घर-घर जाकर शिक्षक दे रहे बच्चों को होमवर्क
बीएसए डॉ. रामचंद्र ने बताया कि रेहरा ब्लॉक में स्थित प्राथमिक विद्यालय है मद्दौभीख को अभिभावकों ने विद्यालय के पठन-पाठन से प्रभावित होकर एक स्कूल वैन भेंट की है. हालांकि अभी स्कूल बंद है, लेकिन विद्यालय का स्टाफ उस वैन का इस्तेमाल छात्र-छात्राओं को घर-घर जाकर होमवर्क देने और कॉपियां इकट्ठा करने के लिए कर रहा है.