बहराइच: भले ही आज हम आधुनिक युग में जी रहे हों, लेकिन भारत-नेपाल सीमा पर बसे जनपद बहराइच की एक घटना ने सोचने पर मजबूर कर दिया है. अंधविश्वास के चक्कर में फंसे लोग नवजात शिशुओं पर जुल्म ढा रहे हैं. जुल्म का आलम यह है कि दिमागी बुखार से पीड़ित मासूम बच्चों की अंगुलियां खौलते तेल में डालकर जला दी गई. इससे बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है.
पीड़ित मासूम बच्चों के परिजनों का कहना है कि बच्चों को प्रेत आत्मा ने पकड़ रखा है. इसके चलते बच्चों की अंगुलियां जलाकर उसे भरने का काम किया है. हालांकि उन्होंने खुद ऐसा करने से इनकार किया है.
पहला मामला
पहला मामला थाना हुजूरपुर क्षेत्र के बेहड़ा देवकरण पुरवा का है. जहां गुड़िया नामक महिला ने एक नवजात शिशु को जन्म दिया. जन्म के बाद बच्चा दूध नहीं पी रहा था और रो भी नहीं रहा था. इस पर लोगों ने उन्हें बताया कि इसे जमोगा नाम की बीमारी हो गई है. इसका इलाज बच्चे की अंगुली खौलते तेल में डालने से किया जा सकता है. इसके बाद बच्चे की अंगुली खौलते तेल में डाल दिया गया, जिससे बच्चा बुरी तरह से झुलस गया. हालांकि नवजात की मां गुड्डी का कहना है कि ऐसा उसने नहीं, बल्कि गांव के लोगों ने किया है.