बहराइच: राजकीय मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला चिकित्सालय में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, अराजकता और मरीजों-तीमारदारों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है. इसे लेकर विभिन्न स्वंयसेवी संस्थाओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ज्ञापन भेजकर संपूर्ण प्रकरण की जांच शासन के किसी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से कराए जाने की मांग की है.
कोविड वार्डों में हो रही मरीजों की मौत
मुख्यमंत्री को भेजे गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज से संबद्ध चिकित्सालय में भय एवं अराजकता का माहौल बना हुआ है. चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ और प्रबंधन की उदासीनता, लापरवाही व भ्रष्ट आचरण के चलते कोविड वार्डों में भर्ती मरीजों की मौत हो रही है. तीमारदार बेहाल हैं, उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है. कथित तौर पर चिकित्सालय प्रबंधन के निर्देश पर ओपीडी सेवाएं बाधित चल रही हैं, जबकि चिकित्सालय में नियुक्त डॉक्टरों के आवास पर खुले क्लीनिकों पर मरीजों की भारी भीड़ लगी रहती है. आरोप है कि जिला चिकित्सालय में आपातकालीन सेवाओं के लिए नियुक्त संविदा डॉक्टर कमीशन के चलते यहां आने वाले मरीजों और तीमारदारों को बेहतर इलाज के नाम पर गुमराह कर प्राइवेट अस्पतालों में भेज रहे हैं.