बदायूंः प्रदेश में डेंगू और मलेरिया का कहर जारी है और हर जिले में बहुत से लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. अस्पतालों में बुखार के मरीजों की लंबी-लंबी लाइनें देखी जा रही हैं. जिले का एक मछली उत्पादक डेंगू और मलेरिया को खत्म करने के लिए आगे आए हैं. जिले का युवा मछली उत्पादक गैंबुसिया मछली को प्रशासन तथा लोगों की डिमांड पर उपलब्ध करवा रहे हैं. यह मछलियां डेंगू और मलेरिया के लारवा को खत्म करने में सहायक हैं.
डेंगू और मलेरिया के रोकथाम के लिए युवा मछली उत्पादक कर रहा सहयोग - बदायूं समाचार
यूपी के बदायूं में मछली उत्पादक डेंगू और मलेरिया की रोकथाम करने में मदद कर रहे हैं. युवा मछली उत्पादक अपने तालाब की गैंबुसिया मछलियों को प्रशासन तथा लोगों की डिमांड पर उपलब्ध करवा रहे हैं. यह मछलियां डेंगू और मलेरिया के लारवा को खत्म करने में सहायक हैं.
तत्कालीन अधिकारियों को जिया की यह बात पसंद आई और उन्होंने जनपद के तमाम तालाबों में इन मछलियों को छुड़वाया. जिसके बाद से जिले में मरीजों की संख्या काफी कम हुई तब से जिया इन मछलियों को तमाम जिलों में सप्लाई कर रहे हैं. इनके पास रोज ही प्रदेश के तमाम जनपदों से गैंबूसिया की डिमांड आ रही है. जिसे यह तुरंत पूरा कर रहे हैं. जिया उल इस्लाम का कहना है कि यह मछलियां मेरे पास काफी बड़ी तादात में है. इनकी ब्रीडिंग की स्पीड बहुत ज्यादा होती है और यह मछली 2-3 इंच बड़ी होती है. पहले बदायूं में बहुत ज्यादा केस मलेरिया और डेंगू के देखने को मिले थे. लेकिन यह मछली तालाबों में डालने के बाद केसों की संख्या में अगले वर्ष काफी कमी देखने को मिली. उन्होंने बताया कि प्रदेश के उन जिलों में जहां मलेरिया और डेंगू के मरीजों की संख्या ज्यादा है, वहां इस मछली की इस समय बहुत डिमांड है. यह मछली वह फ्री ऑफ कॉस्ट उपलब्ध करवा रहे हैं, जिसे जितनी भी संख्या में गैंबूसिया चाहिए हो वह इनके पास उपलब्ध है.