बदायूं:तीसरे चरण में 23 अप्रैल को बदायूं में मतदान होना है. प्रशासन द्वारा मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिये तमाम तरह के आयोजन किये जा रहे हैं. वहीं प्रत्याशी जनसभाओं के माध्यम से वोटरों को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे. बदायूं लोकसभा से कुल 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
बदायूं में तीसरे चरण में मतदान होना है. इसके लिए प्रत्याशियों ने पूरी तैयारी कर ली है. इस सीट का समीकरण कुछ इस तरह से समझते हैं.
- समाजवादी पार्टी और बसपा गठबंधन ने मुलायम सिंह के भतीजे धर्मेंद्र यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है.
- इस सीट पर धर्मेंद्र यादव 2009 और 2014 में सपा के ही टिकट से जीत चुके हैं.
- वहीं 2014 में मोदी लहर होने के बावजूद भाजपा बदायूं में अपनी साख नहीं बचा पाई थी.
- आजादी के बाद इस सीट पर भाजपा केवल एक बार चुनाव जीती है.
- पिछले 35 सालों में इस सीट पर बाहरी प्रत्याशी ही चुनाव जीत रहे हैं.
कांग्रेस ने पांच बार के सांसद सलीम इकबाल शेरवानी पर अपना दांव खेला है. सलीम इकबाल शेरवानी कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं और वह बदायूं से एक बार कांग्रेस से और चार बार समाजवादी से सांसद चुने गए हैं. वहीं एक बार फिर वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं.
वहीं बीजेपी भी इस सीट को हल्के में नहीं ले रही है. वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी डॉ. संघमित्रा मौर्य को चुनाव मैदान में उतारा है. जो बाकी प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर दे रही हैं. संघमित्रा दूसरी पार्टियों के जातिगत आंकड़ों में भी सेंधमारी कर रही हैं.