आजमगढ़: 12 वर्षीय छात्र वैभव सिंह आजाद ने 'नो टेरर इन इंडिया' नाम से एक गेम बनाया है. उनका कहना है कि यह गेम आतंकवाद से निपटने में मदद करेगा.
आजमगढ़ के 12 वर्षीय वैभव ने बनाया 'नो टेरर इन इंडिया' नाम का गेम
यूपी के आजमगढ़ के 12 वर्षीय छात्र वैभव सिंह आजाद ने नो टेरर इन इंडिया नामक एक गेम बनाया है. वैभव को यह गेम बनाने की प्रेरणा अक्षय कुमार की हॉलीडे फिल्म देखने के बाद मिली. उनका कहना है कि यह यह गेम आतंकवाद से निपटने में मदद करेगा.
हॉलीडे फिल्म देखने के बाद इस गेम को बनाने की मिली प्रेरणा
वैभव सिंह आजाद ने बताया कि इसको बनाने की प्रेरणा हॉलीडे फिल्म देखने के बाद मिली. हॉलीडे फिल्म में जिस तरह से अक्षय कुमार लोगों को बचाते हैं. उसके बाद से आतंकवाद से निपटने के लिए एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने के बारे में सोचा. कक्षा आठ में पढ़ने वाले वैभव सिंह का कहना है कि इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से लोगों की शूटिंग स्किल बढ़ेगी और जो भी लोग फौज में जाने का सपना देख रहे हैं, उनको अच्छी ट्रेनिंग मिलेगी. वैभव एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाना चाहते हैं जिससे आतंकवाद से भारत की सुरक्षा हो सके.
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अन्य बच्चों के लिए वैभव प्रेरणा का स्त्रोत
वैभव की मां अर्चना सिंह का कहना है कि लगभग डेढ़ वर्ष से वैभव ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने में लगे हैं. वैभव सिंह के कंप्यूटर शिक्षक प्रयाग सिंह का कहना है कि वैभव यूनिक बच्चा है. वैभव ने पब्जी की तरह गेम बनाया है. यह हम लोगों के लिए बहुत गर्व की बात है. इसके साथ ही बहुत से छोटे बच्चों के लिए वैभव सिंह आजाद प्रेरणा का स्रोत भी है.