आजमगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया, जिसके बाद सबसे ज्यादा समस्या का सामना दिहाड़ी मजदूरी के सहारे जीवन यापन करने वाले लोगों को हो रहा है. इसके साथ ही मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों में भिक्षा मांगकर जीवन यापन करने वाले लोगों को सामने भी खाने का संकट आ गया है.
आजमगढ़: भिक्षावृत्ति कर जिंदगी गुजारने वालों से लिए डीआईजी बने 'मसीहा'
आजमगढ़ मंडल के डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने भिक्षावृत्ति कर जीवन यापन करने वाले लोगों के घर जाकर 20-20 किलो अनाज बांटे. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की आवश्यकता पड़ने पर आगे भी पुलिस मदद करेगी.
ऐसे में आजमगढ़ मंडल के डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने सराहनीय पहल करते हुए भिक्षावृत्ति करने वाले लोगों के घर पहुंच कर राशन बांटे. डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने बताया कि इस आपदा की घड़ी में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारों के सामने भिक्षा मांगकर अपना जीवन यापन करने वाले लोगों के सामने खाने का संकट आ गया.
इस बात की सूचना जब हमें मिली तो हमने अपने स्तर से इस बात का पता लगाया जो बातें सत्य पायी गईं. यहां पहुंचकर ऐसे सभी लोगों को 20 किलो अनाज वितरित किया, जिससे इन लोगों के सामने खाने का संकट न रहे. इसके साथ ही डीआईजी ने कहा कि ऐसे लोगों की आवश्यकता पड़ने पर आगे भी पुलिस मदद करेगी, जिससे इन लोगों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.