उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

पीएम आत्मनिर्भर निधि योजना से अयोध्या के कई स्ट्रीट वेंडरों को मिलेगा लाभ

पीएम आत्मनिर्भर निधि योजना का लाभ देने के लिए अयोध्या में 11056 लोगों का लक्ष्य रखा गया है. इतने पात्र लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा. अभी तक 50800 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है और इनके फॉर्म ऑनलाइन हो चुके हैं.

पीएम आत्मनिर्भर निधि योजना से अयोध्या में कई गरीब परिवारों में लौटी खुशियां.
पीएम आत्मनिर्भर निधि योजना से अयोध्या में कई गरीब परिवारों में लौटी खुशियां.

By

Published : Jan 27, 2021, 1:07 PM IST

अयोध्या: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सड़क पर रोजगार करने वालों के लिए आर्थिक मदद को लेकर आत्मनिर्भर निधि नाम की एक ऐसी योजना दी है. जिसका बड़ा लाभ समाज के उस तबके को मिला है, जिसके सामने रोजाना कमाने और खाने का संकट होता है. स्थानीय नगर निकाय में कुछ आवश्यक कागजी कार्रवाई करने के बाद स्ट्रीट वेंडर्स को बैंक के माध्यम से बड़ी आसानी से आर्थिक सहायता मिल रही है. बैंक से मिले आर्थिक सहयोग से निचले तबके के पटरी और ठेला दुकानदार आसानी से अपनी जीविका चला रहे हैं. धार्मिक नगरी अयोध्या में भी काफी संख्या में स्ट्रीट वेंडर्स को इस योजना का लाभ मिला है.

पीएम आत्मनिर्भर निधि योजना से अयोध्या में कई गरीब परिवारों में लौटी खुशियां.

अयोध्या में 11056 लोगों को योजना का लाभ देने का लक्ष्य
आत्मनिर्भर निधि योजना के बारे में बात करते हुए नगर आयुक्त विशाल सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि अयोध्या नगर निगम क्षेत्र में 11056 का लक्ष्य रखा गया है. इतने पात्र लोगों को इस योजना का लाभ मिलेगा. अभी तक 50800 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है और इनके फॉर्म ऑनलाइन हो चुके हैं. सिंह ने बताया कि अभी तक लगभग 2500 लोगों को आर्थिक सहयोग बैंक द्वारा मिल चुका है और लगभग इतने ही लोगों का ऋण स्वीकृत होने के अंतिम चरण में है. इस योजना के संचालन को लेकर प्रदेश में कुल 17 जिलों में अयोध्या छठवें स्थान पर है.

नगर निगम का क्षेत्रफल बढ़ने से चयन की प्रक्रिया हुई प्रभावित
नगर आयुक्त विशाल सिंह ने बताया कि नगर निगम का दायरा बढ़ जाने से अब नगर निगम क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्र भी जुड़ गए हैं. जिसके कारण स्ट्रीट वेंडर्स के चयन की प्रक्रिया में थोड़ी समस्या हो रही है. हमारा प्रयास है कि स्ट्रीट वेंडर्स के चयन की प्रक्रिया पूरी निष्पक्षता से हो और पात्र व्यक्तियों को ही इस योजना का लाभ मिले. ज्यादा से ज्यादा स्ट्रीट वेंडर्स को आत्मनिर्भर निधि का लाभ मिले इसके लिए बैंक और वेंडर्स के साथ समन्वय बनाकर ऋण वितरण का कार्य शासन की मंशा के अनुरूप किया जा रहा है. वहीं एक सवाल के जवाब में चौहान ने बताया कि अभी तक अयोध्या नगर निगम में आत्मनिर्भर निधि योजना में किसी तरह की गड़बड़ी की कोई सूचना नहीं आई है. पूरी जिम्मेदारी और निष्पक्षता के साथ योजना का लाभ पात्र लोगों को दिया जा रहा है.

कोरोना काल मे बन्द हो गयी थी दुकान योजना से मिली आर्थिक मदद
अयोध्या में सड़क के किनारे जलपान की दुकान चलाने वाले स्ट्रीट वेंडर ओम प्रकाश चौहान ने बताया कि आत्मनिर्भर निधि योजना से उन्हें काफी सहयोग मिला. कोरोना संक्रमण काल में कारोबार पूरी तरह से बंद हो चुका था. 6 बच्चों के परिवार की जीविका चला पाना असंभव हो रहा था. ऐसे में उन्हें आत्मनिर्भर निधि योजना की जानकारी मिली और उन्होंने नगर निगम में संपर्क किया. स्ट्रीट वेंडर ओम प्रकाश चौहान ने बताया कि आधार कार्ड और कुछ जरूरी कागजात लेने के बाद करीब 1 महीने के अंदर ही उन्हें ₹10000 की आर्थिक सहायता मिल गई थी, जिससे उन्होंने अपने रोजगार को आगे बढ़ाया.

आत्मनिर्भर निधि से फिर से चाय की केतली में भरी चाय
अयोध्या में सड़क के किनारे चाय बेचकर अपना परिवार चलाने वाले स्ट्रीट वेंडर दिलीप ने बताया कि इस योजना की मदद से एक बार फिर से उनका कारोबार खड़ा हो गया. बीते 1 वर्ष में लॉकडाउन के चलते व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया था. आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण फिर से व्यवसाय शुरू करने में काफी दिक्कतें हो रही थी. जिसके बाद उन्हें आत्मनिर्भर निधि योजना की जानकारी मिली. स्थानीय जनप्रतिनिधि की मदद से उन्हें इस योजना का लाभ मिला जिसकी बदौलत उन्होंने एक बार फिर से अपने कारोबार को खड़ा कर लिया है.

अभी भी बड़ी संख्या में पात्र लोगों को है योजना का लाभ मिलने का इंतजार
प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर निधि योजना को लेकर कई बार आरोप-प्रत्यारोप भी लगे कि स्थानीय नगर निकाय प्रशासन की लापरवाही से भ्रष्टाचार किया गया और अपात्र लोगों को ऋण दिया गया. हालांकि अभी तक इस तरह के किसी मामले की लिखित शिकायत नगर निगम और जिला प्रशासन तक नहीं पहुंची है. लेकिन एक बड़ी आबादी वाले शहर में सिर्फ लगभग 11000 स्ट्रीट वेंडर्स को इस योजना का लाभ देने की बात अपने आप में हैरान करने वाली है. जबकि शहर में स्ट्रीट वेंडर्स की एक बड़ी तादाद है. इनका सही आकलन करना इसलिए भी मुश्किल है, क्योंकि ज्यादातर स्ट्रीट वेंडर्स ने नगर निगम में अपना रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है. ऐसे में उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details