अयोध्या:आज6 अगस्त 2021 को श्रावण कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है. आनन्द संवत्सर विक्रम संवत 2078, शक संवत 1943 (प्लव संवत्सर), आषाढ़.त्रयोदशी तिथि 06:28 PM तक उपरांत चतुर्दशी.नक्षत्र आद्रा 06:37 AM तक उपरांत पुनर्वसु.वज्र योग 01:09 AM तक, उसके बाद सिद्धि योग.करण वणिज 06:28 PM तक, बाद विष्टि. शुक्रवार को राहु 10:55 AM से 12:32 PM तक है. 01:54 AM तक चन्द्रमा मिथुन उपरांत कर्क राशि पर संचार करेगा.
मिथुन उपरांत कर्क राशि पर संचार करेगा चंद्रमा, आज का पंचांग
हिन्दू पंचांग (Hindu Panchang) के अनुसार ग्रह, नक्षत्र, और शुभ-अशुभ मुहूर्त हमारे जीनव में गहरा असर डालते हैं. इनकी गणना के लिए ऋषि मुनियों ने पंचांग की मदद ली. हिन्दू कैलेंडर (Hindu Calendar) के अनुसार श्रावण कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि है. जानिए आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang). पढ़िए शुभ मुहूर्त, राहु काल और ग्रह-नक्षत्रों की चाल के बारे में.
सूर्योदय
6:03 AM
सूर्यास्त
7:01 PM
चन्द्रोदय
3:37 AM
चन्द्रास्त
5:40 PM
अयन
दक्षिणायन
द्रिक ऋतु
वर्षा
विक्रम संवत - 2078, आनन्द
शक सम्वत- 1943, प्लव
पूर्णिमांत - श्रावण
अमांत - आषाढ़
तिथि
कृष्ण पक्ष त्रयोदशी- Aug 05 05:09 PM – Aug 06 06:28 PM
कृष्ण पक्ष चतुर्दशी - Aug 06 06:28 PM – Aug 07 07:11 PM
नक्षत्र
आद्रा - Aug 05 04:25 AM – Aug 06 06:37 AM
पुनर्वसु - Aug 06 06:37 AM – Aug 07 08:15 AM
करण
वणिज - Aug 06 05:53 AM – Aug 06 06:28 PM
विष्टि - Aug 06 06:28 PM – Aug 07 06:54 AM
योग
वज्र - Aug 06 01:13 AM – Aug 07 01:09 AM
सिद्धि - Aug 07 01:09 AM – Aug 08 12:37 AM
वार
शुक्रवार
त्यौहार और व्रत
मास शिवरात्रि
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 6:03 AM
सूर्यास्त - 7:01 PM
चन्द्रोदय - Aug 06 3:37 AM
चन्द्रास्त - Aug 06 5:40 PM
अशुभ काल
राहू- 10:55 AM – 12:32 PM
यम गण्ड - 3:47 PM – 5:24 PM
कुलिक - 7:40 AM – 9:17 AM
दुर्मुहूर्त - 08:39 AM – 09:31 AM, 12:58 PM – 01:50 PM
वर्ज्यम् - 07:26 PM – 09:09 PM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 12:06 PM – 12:58 PM
अमृत काल - None
ब्रह्म मुहूर्त - 04:27 AM – 05:15 AM
आनन्दादि योग
पद्म Upto - 06:37 AM
लुम्ब
सूर्या राशि
सूर्य कर्क राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा अगस्त 07, 01:54 AM तक मिथुन राशि उपरांत कर्क राशि पर संचार करेगा
चन्द्र मास
अमांत - आषाढ़
पूर्णिमांत - श्रावण
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - श्रावण 15, 1943
वैदिक ऋतु - ग्रीष्म
द्रिक ऋतु - वर्षा
आज का सुविचार
मनुष्य को हमेशा मौका नही ढूंढना चाहिये, क्योंकि जो आज है वही सबसे अच्छा मौका है.