अयोध्या: योगी सरकार ने फैसला किया है कि सभी धार्मिक स्थलों के परिसर के अंदर ही लाउड स्पीकर लगे और इसकी आवाज बाहर न जाए. इससे दूसरे लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए. सीएम योगी के इस फैसले का अयोध्या में संतों और मुस्लिम पक्षकारों ने स्वागत किया.
लाउडस्पीकर विवाद को लेकर सीएम योगी के फैसले पर क्या बोले अयोध्या के संत
योगी सरकार ने फैसला किया है कि धार्मिक स्थलों में लगे लाउडस्पीकर की आवाज परिसर के बाहर न जाए. इससे दूसरे लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए. इस फैसले को लेकर हमने अयोध्या के संतों और बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी से बात की.
रामलला के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि लाउडस्पीकर को लेकर इस समय बयानबाजी का दौर चल रहा है. मुख्यमंत्री का आदेश सराहनीय है. किसी को भी लाउडस्पीकर से परेशानी न हो, सभी को इसका ध्यान रखना चाहिए. अत्यधिक तेज आवाज से ध्वनि प्रदूषण होता है. ऐसी आवाज परिसर के बाहर नहीं जानी चाहिए.
बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि लाउडस्पीकर के आवाज से किसी को असुविधा नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री का आदेश सराहनीय है. सरकार ने लाउडस्पीकर की आवाज परिसर में सीमित रखने की बात कही है. हम योगी जी के फैसले का स्वागत करते हैं.
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अयोध्या हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने कहा कि दिन भर में 5 बार नमाज की तेज आवाज से लोग परेशान होते थे. बहुत से लोगों ने लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर आपत्ति की थी. मंदिरों में लाउडस्पीकर उतार दिए गए या उनकी आवाज इतना कम कर दी गयी कि किसी को इससे परेशानी न हो. अभी तक मुस्लिम समाज के लोग बात नहीं मान रहे थे. अब प्रशासन ने कहा है तो मुस्लिम समाज के लोगों को मानना चाहिए.
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