अयोध्या :तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर विवादित बयान दिया था. सनातन धर्म की तुलना मच्छर और मलेरिया से की थी. उनके इस बयान के बाद उनका पुरजोर विरोध हो रहा है. अयोध्या के संत भी इससे खासे खफा हैं. सोमवार की दोपहर तपस्वी छावनी के संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने उदयनिधि स्टालिन का पुतला फूंका. उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से स्टालिन के पोस्टर को तलवार से काटा. इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि स्टालिन का सिर काटने वाले को वह 10 करोड़ का इनाम देंगे. अगर कोई ऐसा नहीं कर पाया तो वह खुद ऐसा करेंगे.
आईएनडीआईए गठबंधन की सच्चाई आई सामने :सोमवार को जगतगुरु परमहंस आचार्य अन्य लोगों के साथ उदयनिधि स्टालिन के बयान का विरोध जताया. स्टालिन का सिर काटने पर 10 करोड़ रुपये के इनाम की घोषणा भी की. मीडिया से बातचीत में आचार्य ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन के पिता एमके स्टालिन आईएनडीआईए गठबंधन के सदस्य हैं. गठबंधन 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहा है. उस गठबंधन के बड़े नेता के बेटे का यह बयान साबित करता है कि देश की 80 फीसदी आबादी के लिए गठबंधन के नेता क्या सोचते हैं. ऐसे नेता समाज को बांटने का कम कर रहे हैं. पहले भी सनातन को समाप्त करने के कुचक्र हुए हैं, ऐसे पापी राक्षसों का संहार हुआ है. मैंने अपनी तलवार निकाल कर रख ली है. उदयनिधि दुनिया के किसी कोने में छुपे हो उन्हें उनके कर्मों की सजा दी जाएगी.