अयोध्या:पूरे विश्व में भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में प्रसिद्ध अयोध्या करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है. रामनगरी में आकर लोग स्वयं को भगवान राम के सम्मुख पाते हैं. दर्शन-पूजन व स्नान के माध्यम से अपने जन्म-जन्मांतर के पापों को मिटाते हैं और मुक्ति का मार्ग भी खोजते हैं. मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम लोगों की आस्था और आध्यात्म का केंद्र है. लेकिन, यह भी एक बड़ी सच्चाई है कि भगवान राम सिर्फ आस्था और आध्यात्म ही नहीं अयोध्या के लोगों की रोजी-रोटी का एक बड़ा माध्यम हैं. वजह है कि अयोध्या में कोई बड़े कारखाने और उद्योग मौजूद नहीं हैं, ऐसे में अयोध्या धाम में होने वाले मेले और उत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ ही लोगों की जीविका का मुख्य साधन है. वहीं, मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के बाद ही अब लोगों के कारोबार के नए-नए रास्ते खुल गए हैं, जिससे न सिर्फ आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि रोगों को रोजगार भी मिल रहा है.
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तारीख जैसे-जैसे पास आती जा रही है, पूरी अयोध्या राममय होती जा रही है. श्री राम मंदिर की बात तो अलग है. अगर हम राम मंदिर के मॉडल की बात करें तो राम मंदिर मॉडल ने ही बहुतों को रोजगार दे दिया. राम मंदिर मॉडल की केवल अयोध्या में ही नहीं, बल्कि देशभर में इसकी बिक्री से बड़ी संख्या में व्यापारी जुड़े हैं. राम मंदिर मॉडल का निर्माण अयोध्या में हो रहा है. लेकिन, बिक्री पूरे देश में की जा रही है. इस समय राम मंदिर मॉडल की मांग इतनी बढ़ गई है कि आपूर्ति करना मुश्किल हो गया है. शहर के सहादतगंज में स्थित अवध आदित्य फर्म राम मंदिर मॉडल का निर्माण करने में लगी है. मॉडल निर्माण कार्य में सभी धर्म के लोग कार्य कर रहे हैं. इनकी बिक्री का माध्यम भी दुकानों के अलावा सोशल मीडिया है. तमाम एप पर मंदिर के मॉडल ऑनलाइन उपलब्ध हैं.