अयोध्या: राम नगरी में भगवान राम की जन्मस्थली पर 500 वर्षों के संघर्ष के बाद मंदिर निर्माण की शुरुआत होने जा रही है. इस शुभ घड़ी को लेकर देशभर के संतों-महंतों और राम मंदिर समर्थकों में खुशी है. राम मंदिर भूमिपूजन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में राम नगरी को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. हनुमानगढ़ी के सामने तोरण द्वार बन रहा है तो वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग से अयोध्या के एंट्री प्वॉइंट को मनमोहक कलाकृतियों से सजाया गया है. अयोध्या और फैजाबाद दोनों शहरों में के प्रमुख मार्ग और प्रवेश द्वारों सजावट और पेंटिंग की व्यवस्था की जा रही है.
भगवान राम के जन्मस्थान पर राम मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों रखी जानी है. बहुप्रतीक्षित राम मंदिर निर्माण की शुरुआत से पहले रामनगरी को सजाया संवारा जा रहा है. पीएम के दौरे और राम मंदिर भूमि पूजन की तैयारियों का जायजा लेने शनिवार यानी 25 अगस्त को पहुंचे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में संतों के साथ बैठक कर कहा था कि 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद ऐसी शुभ घड़ी आई है. इसे दीपावली की तरह मनाया जाना चाहिए, जिसके बाद अयोध्या के संतों महंतों ने पूरी राम नगरी में दीपोउत्सव मनाने का निर्णय लिया. राम मंदिर भूमि पूजन के ठीक एक दिन पहले दीपोत्सव शुरू होगा. चार और पांच अगस्त को अयोध्या के सभी घर मठ, मंदिर दीपों की रोशनी से जगमगाएंगे.
3 अगस्त से ही शुरू हो जाएंगे अनुष्ठान
राम मंदिर भूमि पूजन से दो दिन पहले ही अनुष्ठान शुरू हो जाएंगे. पूरी राम नगरी में कहीं रामायण का पाठ तो कहीं रामर्चा और राम नाम संकीर्तन होगा. मंदिरों की सजावट शुरू हो गई है. राम मंदिर भूमि पूजन के दिन अयोध्या के धार्मिक स्थलों पर विशेष भेजने के भोग लगाकर भगवान की पूजा की जाएगी.