अयोध्या: निर्माण कार्य में ढील मिलने के बाद राम जन्मभूमि परिसर में ट्रस्ट ने कार्य प्रारंभ कर दिया है. रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने राम मंदिर निर्माण कार्य में तेजी लाने की आवश्यकता बताई है. उन्होंने कहा है जो कार्य हो रहा है वह नगण्य है. अभी मंदिर निर्माण का सारा कार्य होना बाकी है, जबकि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आए 6 महीने पूरे होने को हैं.
लॉकडाउन के कारण राम मंदिर निर्माण कार्य पर पड़ा असर: आचार्य सत्येंद्र दास - राम मंदिर निर्माण
यूपी के अयोध्या में रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने राम मंदिर निर्माण कार्य में ढील पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि राम मंंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आए 6 महीने पूरे हो गए हैं, लेकिन लॉकडाउन के चलते कार्य की गति इतनी धीमी गति है कितना दिन लगेगा यह कहना मुश्किल है.
रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि राम जन्मभूमि परिसर में प्रतिदिन कुछ न कुछ कार्य होता रहता है, लेकिन मौजूदा समय में जो बैरीकेडिंग हटाने का कार्य हो रहा है, वह पूरे मंदिर निर्माण के कार्य की तुलना में नगण्य है. लॉकडाउन के चलते कार्य की गति इतनी धीमी है कि कितना दिन लगेगा यह कहना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आए 6 महीने का समय बीतने वाला है. ऐसे में लोग राम मंदिर निर्माण कार्य के विधिवत शुरुआत और निर्माण कार्य शीघ्र पूरा होते देखना चाहते हैं.
आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा है कि कोरोना के चलते जिस गति से निर्माण कार्य होना चाहिए, वह नहीं हो रहा है. अभी मंदिर निर्माण से पहले के बहुत से कार्य बाकी हैं. बैरीकेडिंग हटाने का बाद जमीन का समतलीकरण और उसके बाद मिट्टी का परीक्षण किया जाएगा. आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि पांच महीने से अधिक की अवधि में अब तक कोई विशेष कार्य पूरा नहीं हो पाया है. केवल बैरीकेडिंग हटाई जा रही है. सही मायने में कहा जाए तो राम मंदिर निर्माण को लेकर राम जन्मभूमि परिसर में अब तक कुछ नहीं हुआ है.
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