अयोध्या: शुक्रवार की सुबह 10.40 बजे राम नगरी अयोध्या में शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा शनिवार की दोपहर समाप्त हो गई. जिला प्रशासन का दावा है कि 45 किलोमीटर लंबे परिक्रमा पथ पर लगभग 30 लाख श्रद्धालुओं ने भगवान राम नाम का जाप करते हुए इस परिक्रमा को पूरा किया.
शुक्रवार की देर शाम से लेकर शनिवार की सुबह तक सबसे अधिक श्रद्धालुओं ने रात्रि में परिक्रमा पूरी की. परिक्रमा कार्यक्रम शांतिपूर्ण और बिना किसी विघ्न के संपन्न होने पर डीएम नीतीश कुमार और एसएसपी शैलेश पांडे ने जनपद के लोगों और परिक्रमा करने वाले लोगों को बधाई दी.
अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा में शामिल लोग अयोध्या में प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास में अक्षय नवमी तिथि को 14 कोसी परिक्रमा का आयोजन होता है. इस परिक्रमा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. वो यहां सरयू नदी में स्नान करने के बाद, अयोध्या के चतुर्दिक करीब 45 किलोमीटर लंबे परिक्रमा पथ पर श्री राम नाम का अखंड संकीर्तन करते हुए श्रद्धालु और अयोध्या के संत 14 कोसी परिक्रमा को पूरा करते हैं.
सरयू नदी में स्नान करते लोग पिछले दो वर्षों से कोरोना के खतरे को देखते हुए यह परिक्रमा प्रतीकात्मक रूप से बेहद कम संख्या में की जा रही थी. इस वर्ष कोरोना के खतरे के कम होने पर पूर्व की परंपरा के अनुसार लाखों की संख्या में श्रद्धालु ने इस परिक्रमा में शामिल हुए.
अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा में शामिल लोग ये भी पढ़ें- नया विश्वविद्यालय आजमगढ़ को आर्यमगढ़ में बदल देगा: सीएम योगी आदित्यनाथ
शनिवार की दोपहर 2 बजे तक भी परिक्रमा पथ पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. हालांकि मुहूर्त सुबह 8:00 बजकर 40 मिनट पर समाप्त हो गया था. लेकिन पुण्य मुहूर्त में परिक्रमा शुरू करने वाले श्रद्धालु शनिवार की शाम तक अपनी परिक्रमा पूरी करेंगे.
अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा में शामिल लोग श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखकर परिक्रमा पथ पर फोर्स की तैनाती बरकरार है और नगर में भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से वर्जित है. परिक्रमा में शामिल श्रद्धालुओं में इस वर्ष खासा उत्साह भी देखा गया.
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