औरैया: गुरुवार को उज्जैन में पकड़े गए 5 लाख के इनामी और 8 पुलिसकर्मियों के हत्यारे विकास दुबे की गिरफ्तारी से शहीद राहुल के परिजन असंतुष्ट नजर आए. शहीद सिपाही राहुल के पिता और बहन ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए हिस्ट्रीशीटर को मौके पर ही गोली मार देने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने कानपुर हत्याकांड में हिस्ट्रीशीटर की मदद करने वाले सभी पुलिसकर्मियों पर भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.
2 जुलाई की वह रात...
दरअसल, 2 जुलाई की रात पुलिस कानपुर के बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई थी. इसी दौरान विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर गोलियों से हमला कर दिया था, जिससे आठ पुलिसकर्मियों की मौके पर ही मौत हो गई थी. इस घटना के बाद एक्शन में आई पुलिस हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने में जुट गई थी. गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर से पुलिस ने विकास दुबे को गिरफ्तार कर लिया. वहीं इस गिरफ्तारी से शहीद हुए सिपाही राहुल के परिजन असंतुष्ट नजर आए.
अपराधियों को समाज में रहने का अधिकार नहीं
शहीद की बहन नंदिनी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि पुलिस को हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को मौके पर ही गोली मार देनी चाहिए थी. ऐसे अपराधियों को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है. इसके साथ ही शहीद की बहन ने कहा कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के तीन साथियों को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा था कि विकास दुबे भी फरीदाबाद में कहीं छिपा है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया. सभी बॉर्डर सील कर दिए गए. सवाल यह है कि आखिर विकास दुबे उत्तर प्रदेश की सीमा पार कर मध्य प्रदेश के उज्जैन कैसे पहुंच गया.