अमरोहा: बागपत जिले के टेकरी चौकी पर तैनात एक सिपाही ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिसकर्मी अमरोहा जिले के सैदनगली का रहने वाला था. परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय शव को नेशनल हाइवे 24 पर रखकर जाम लगा दिया. जाम लगने से नाराज पुलिस कर्मियों ने मृतक सिपाही के परिजनों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. परिजनों का आरोप है कि मृतक सिपाही ने आत्महत्या नहीं की उसकी चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मियों ने हत्या की है.
अमरोहा जिले की हसनपुर तहसील के सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव तरारा के रहने वाले सिपाही प्रवीण की बागपत में गुरुवार को गोली लगने से मौत हो गई. गुरुवार देर रात प्रवीण का शव बागपत से पैतृक गांव लाया गया. शव आने के बाद परिवार में कोहराम मच गया. शुक्रवार के दिन परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर निकले. इसी बीच दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर कांकाठेर के नजदीक शव रखकर उन्होंने जाम लगा दिया.
परिजनों का आरोप है कि सिपाही ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है. सिपाही के सिर में दो गोली लगी है, जिसको परिजन हत्या मान रहे हैं. जाम लगाने से नाराज गजरौला थाना पुलिस ने मृतक सिपाही के परिजनों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया. पीड़ित परिवार ने शव को छोड़कर भागकर अपनी जान बचाई.
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सिपाही के पिता राजेंद्र ने कहा कि उनके बेटे की हत्या की गई है. हत्या में चौकी इंचार्ज, एक खाना बनाने वाली व एक सिपाही शामिल है.