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अमरोहा: सिपाही की आत्महत्या को परिजनों ने बताया हत्या, पुलिस ने की पिटाई - अमरोहा में पुलिस पर हत्या करने का आरोप

बागपत जिले में तैनात एक सिपाही ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली. वहीं अमरोहा में परिजनों ने आत्महत्या को हत्या बताते हुए हाईवे को शव पर रखकर प्रदर्शन करने लगे, जिसके बाद पुलिस ने परिजनों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. परिजनों ने पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया है.

अमरोहा में सिपाही के परिजनों ने हाईवे पर शव को रखकर किया प्रदर्शन.

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Published : Nov 1, 2019, 11:46 PM IST

अमरोहा: बागपत जिले के टेकरी चौकी पर तैनात एक सिपाही ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिसकर्मी अमरोहा जिले के सैदनगली का रहने वाला था. परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय शव को नेशनल हाइवे 24 पर रखकर जाम लगा दिया. जाम लगने से नाराज पुलिस कर्मियों ने मृतक सिपाही के परिजनों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा. परिजनों का आरोप है कि मृतक सिपाही ने आत्महत्या नहीं की उसकी चौकी इंचार्ज और पुलिसकर्मियों ने हत्या की है.

परिजनों ने हाईवे पर शव को रखकर किया प्रदर्शन.


अमरोहा जिले की हसनपुर तहसील के सैदनगली थाना क्षेत्र के गांव तरारा के रहने वाले सिपाही प्रवीण की बागपत में गुरुवार को गोली लगने से मौत हो गई. गुरुवार देर रात प्रवीण का शव बागपत से पैतृक गांव लाया गया. शव आने के बाद परिवार में कोहराम मच गया. शुक्रवार के दिन परिजन शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर निकले. इसी बीच दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर कांकाठेर के नजदीक शव रखकर उन्होंने जाम लगा दिया.

परिजनों का आरोप है कि सिपाही ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है. सिपाही के सिर में दो गोली लगी है, जिसको परिजन हत्या मान रहे हैं. जाम लगाने से नाराज गजरौला थाना पुलिस ने मृतक सिपाही के परिजनों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया. पीड़ित परिवार ने शव को छोड़कर भागकर अपनी जान बचाई.

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सिपाही के पिता राजेंद्र ने कहा कि उनके बेटे की हत्या की गई है. हत्या में चौकी इंचार्ज, एक खाना बनाने वाली व एक सिपाही शामिल है.

अभी तक कोई भी अधिकारी मेरे घर मुझसे मिलने नहीं आया है. हमारी मांग है कि मेरे परिवार में पुलिस की नौकरी छोड़कर किसी ओर विभाग में नौकरी दी जाए. बेटियों की पढ़ाई का खर्च और हम दोनों मियां बीबी को पेंशन दी जाए. मांगों के लिए जब जाम लगाया तो पुलिस ने हम लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है.

-राजेंद्र, मृतक के पिता

जब जाम लगाया गया तब सब लोग वीडियो बना रहे थे. मैंने भी वीडियो बनाना शुरू कर दिया. इसी बात को लेकर पुलिस वालों ने मुझे लाठी-डंडों से बहुत बुरी तरीके से पीटा है. मेरा मोबाइल भी छीन लिया गया है.

-अंकित, मृतक का दोस्त

अमरोहा जिले के सैदनगली क्षेत्र के रहने वाला प्रवीण बागपत जिले के टेकरी चौकी पर आरक्षी पद पर तैनात था. उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली . गुरुवार को मृतक आरक्षी का शव परिजनों को सौंपा गया था, जिसके बाद आज परिजन कुछ मांगों को लेकर नेशनल हाईवे पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. मृतक आरक्षी के परिजनों के साथ किसी ने भी किसी तरीके की मारपीट नहीं की है.
- अजय प्रताप सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक

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