अमेठी : 6 मई को अमेठी में मतदान हो गया और यहां के 27 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. जिले में कुल 53.20 प्रतिशत वोट पड़े. पिछले तीन दशकों से अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. 15 सालों से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का कब्जा अमेठी पर है. 2014 के चुनाव में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 4,08,651 वोट मिले थे, जबकि BJP उम्मीदवार स्मृति ईरानी 3,00,748 वोट लेकर दूसरे नंबर पर रही थीं. इस बार कांग्रेस के राहुल गांधी और भाजपा से स्मृति ईरानी सहित कुल 27 प्रत्याशी मैदान में हैं. इस लोकसभा क्षेत्र में 5 विधानसभा क्षेत्र हैं. कुल मिलाकर अमेठी लोकसभा सीट में कुल 17 लाख 41 हजार 031 मतदाता हैं. जिनमें 9 लाख 22 हजार 173 पुरूष मतदाता, 8 लाख 18 हजार 709 महिला मतदाता, 7 हजार 5 सौ 67 दिव्यांग मतदाता हैं। अमेठी में 15 हजार 3 सौ 75 नए वोटर्स हैं, जिन्होंने जमकर वोटिंग की.
जातीय आधार पर हुई वोटिंग
जातीय समीकरण की बात करें तो अमेठी लोकसभा सीट में ओबीसी 22 प्रतिशत, मुसलमान 20 प्रतिशत, अनुसूचित जाति 15 प्रतिशत, ब्राह्मण 12 प्रतिशत, क्षत्रिय 11 प्रतिशत, अन्य मतदाता 20 प्रतिशत है. 23 मई को कुल 27 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा. ईटीवी भारत को मिली जानकारी के अनुसार अमेठी में इस बार भी जातीय आधार पर वोटिंग हुई. सवर्ण वोटरों का कांग्रेस और बीजेपी में बंटवारा हुआ. बुजुर्ग सवर्णों ने कांग्रेस तो युवाओं ने बीजेपी को वोट दिया. मुस्लिम वोटरों ने कांग्रेस को वोट किया. बीजेपी नेताओं का दावा है कि तीन तलाक के मुद्दे के कारण पार्टी को भी वोट मिले. ओबीसी वोटरों का मत गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में बताया जा रहा है.
राहुल गांधी का चैलेंज
- नरेंद्र मोदी और मेरे बीच डिबेट हो गया तो मैं गारंटी देता हूं कि नरेंद्र मोदी अपना चेहरा हिंदुस्तान को नहीं दिखा पाएंगे.
- नरेंद्र मोदी अनिल अंबानी, मेहुल चौकसी के लिए काम करते हैं. ये इनके एजेंट हैं.