अम्बेडकर नगर: महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज अधूरे संसाधनों और कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. इसके बाद भी ये मेडिकल कॉलेज आयुष्मान भारत योजना को सफलता पूर्वक लागू कर रहा है. मेडिकल कॉलेज ने महज 15 दिनों में 1364 मरीजों को इलाज किया है. योजना के सफल क्रियान्वयन पर शासन ने कॉलेज प्रशासन को सम्मानित भी किया है.
'गरीब मरीजों को इलाज देना ही मेडिकल कॉलेज की प्राथमिकता'
अम्बेडकर नगर स्थित महामाया राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज में जनवरी के आखिरी 15 दिनों में 1364 कार्ड धारक मरीजों का इलाज किया गया है. कॉलेज के प्रधानाचार्य ने कहा कि गरीब मरीजों को बेहतर इलाज देना ही कॉलेज की प्राथमिकता है.
15 दिनों में 1364 मरीजों का बना आयुष्मान कार्ड
राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधिकांश विभागों में डॉक्टरों और कर्मचारियों का अभाव है. इसके बाद भी यहां आयुष्मान भारत योजना का क्रियान्वयन जिले में अव्वल है. आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी के आखिरी 15 दिनों में 1364 मरीजों का आयुष्मान कार्ड के तहत इलाज किया गया है. इनमें से 43 मरीजों का मेजर ऑपरेशन किया, जबकि 12 मरीजों का माइनर ऑपरेशन किया गया है.
गरीबों का इलाज ही प्राथमिकता
इन मरीजों का इलाज करने के दौरान 1 करोड़ 1 लाख 50 हजार 570 रुपये का क्लेम बना है. इसमें से सरकार ने अब तक 88 लाख 17 हजार 20 रुपये का भुगतान कर दिया है. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप कौशिक ने बताया कि गरीब मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना ही मेडिकल कॉलेज की प्राथमिकता है. आयुष्मान भारत के सुचारु संचालन पर मेडिकल कॉलेज का विशेष जोर है.