अलीगढ़:प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया. इसी के मद्देनजर जिले के कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी में कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी की उपस्थिति में कृषि विभाग से जुड़े अधिकारियों ने प्रतिभाग किया. इस दौरान उन्होंने खरीफ की फसल के उत्पादन को बढ़ाए जाने का संकल्प लिया.
अलीगढ़: वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए आयोजित हुई राज्य स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी - वीडियो कान्फ्रेंसिंग
लखनऊ में मंगलवार को राज्य स्तरीय खरीफ गोष्ठी का आयोजन वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से किया गया. इसी के तहत अलीगढ़ जिले में कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने कृषि विभाग से जुड़े अधिकारियों को खरीफ की फसल के उत्पादन को बढ़ाने के निर्देश दिए.
ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ज्यादा फोकस करने की आवश्यकता
कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी में आयोजित गोष्ठी में कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने कहा कि सरकार कम लागत में अधिक उत्पादन एवं किसानों के हित के लिए दृढ़ संकल्पित है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर ज्यादा फोकस करने की आवश्यकता है. बाहर के प्रान्तों से काफी संख्या में प्रवासी श्रमिक गांवों में वापस आ गए हैं. उन्हें मनरेगा के माध्यम से काम देने की आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि पारम्परिक खेती को छोड़कर वैज्ञानिक आधार पर खेती करना आरम्भ करें तो अवश्य ही किसानों की आय में इजाफा होगा.
कृषि विभाग सहित सभी अधिकारियों के पास सीयूजी नम्बर
कमिश्नर जीएस प्रियदर्शी ने सुझाव देते हुए कहा कि जनता से सही संवाद स्थापित हो इसके लिये अत्यंत आवश्यक है कि कृषि विभाग सहित सभी अधिकारियों के पास सीयूजी नम्बर हो. ताकि यदि अधिकारी का स्थानान्तरण भी हो जाए तो भी किसान के पास उपलब्ध सम्पर्क सूत्र न बदले. इसके साथ ही उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि छोटे-छोटे ट्रैक्टर पर सरकार को सब्सिडी प्रदान करनी चाहिए. किसान अपना सारा समय खेती-किसानी में लगाए. इसके लिए अत्यंत आवश्यक है कि उसे दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़े. इसलिए आवश्यक है कि ऋण, केसीसी आदि की प्रक्रिया सरल होनी चाहिए.