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अलीगढ़: किसान नेता की नसीहत, 12 हजार रुपए के शौचालय जमीन कर रहे प्रदूषित

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने स्वच्छता मिशन के तहत बनाए जा रहे शौचालयों पर सवाल उठाए हैं. उनका आरोप है कि 12 हजार रुपए में शौचालय बनाये जा रहे हैं, वे जमीन को प्रदूषित कर रहे हैं.

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भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह

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Published : Dec 8, 2019, 1:03 AM IST

अलीगढ़ः सरकार के स्वच्छता अभियान के तहत तैयार किए जा रहे शौचालय पर किसान नेता ने प्रश्नचिन्ह लगाया है. भाकियू (भारतीय किसान यूनियन) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप ने कहा कि योजना के तहत बनाए जा रहे शौचालय जमीन को खराब कर रहे हैं. उन्होंने ये दावा एटा स्थित अपने गांव की जमीन का उदाहरण देते हुए किया.

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा 12 हजार के शौचालय से जमीन हो रही प्रदूषित.

किसान नेता भानु प्रताप ने कहा कि सरकार शौचालय के लिए पक्के गड्डे बनवाए. सरकार 12 हजार में शौचालय बनवा रही है, ये गलत है. उन्होंने कहा कि 82 या 92 हजार में शौचालय बनवाए लेकिन पक्के गड्डे बनवाकर ही टायलेट बनवाए. लेकिन जहाजों में चलने वाले और एसी कमरों में रहने वाले नहीं समझ पाएंगे कि खुले शौचालय से पूरे देश की जमीन प्रदूषित हो रही है. किसान नेता भानु प्रताप अलीगढ़ में ख्वाजा गार्डेन में किसान सभा को संबोधित करने पहुंचे थे.

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किसान नेता भानु ने कहा कि एक कोठरी बना दी. इसमें एक सीट बैठा दी और जमीन में खुला गंदा पानी जाने के लिए छोड़ दिया गया. इस गंदे पानी को जमीन में छोड़ना गलत है. इससे जमीन प्रदूषित हो रही है.

किसान नेता ने गोवंश का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि गोशाला को अनुदान देने से गौवंश नहीं बच सकता. क्योंकि आवारा गाय, बैल, बछड़े को कोई भोजन नहीं देता है. केवल दूध देने वाली गाय को भोजन मिलता है. उन्होंने कहा कि गोवंश का गोबर खरीदने और उसका कम्पोस्ट खाद खेती के काम लिया जाए, तो बहुत फायदा होगा. इससे लोगों को रोजगार मिलेगा. गोशाला को मिलने वाले अनुदान से लोग कार खरीद लेते हैं, लेकिन गोवंश को भोजन नहीं देते हैं.

भाकियू के अध्यक्ष भानु प्रताप ने प्रधान मंत्री को प्रेषित पत्र में किसान आयोग का गठन करने की मांग की है. इसमें सभी सदस्य किसान ही होंगे और आयोग ही किसान के फसल के दाम तय करेगा.

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