अलीगढ़:जनपद के लोधा ब्लॉक के गांव जिरौली डोर का पंचायत घर पिछले तीन दशकों से बदहाल पड़ा हुआ है. अधिकारियों की अनदेखी के चलते जर्जर हो चुकी इमारत के परिसर में झाड़ियां उग आई हैं. गांव के लोगों ने इसकी शिकायत कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से की, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है.
1987 से बदहाली झेल रहा अलीगढ़ का यह पंचायत भवन - अलीगढ़ जिरौली डोर पंचायत
गांवों के विकास को देखते हुए देश में ग्राम पंचायत की व्यवस्था की गई थी. स्वतंत्र संस्था के रूप में काम करने वाली इन पंचायतों में ग्राम सभा की बैठकों के लिए पंचायत भवन भी बनाए गए थे, लेकिन यूपी के अलीगढ़ में जिरौली डोर गांव का पंचायत भवन महज सफेद हाथी बनकर रह गया है.
सालों से बदहाल पंचायत भवन.
पंचायत घर बना खंडहर
- जिरौली डोर के पंचायत घर का निर्माण सन् 1987 में हुआ था.
- ग्राम सभा की बैठक के लिए पंचायत घर का निर्माण कराया गया था.
- इसके बाद से ही यह पंचायत घर बदहाल होता गया और किसी ने इसे संजीदगी से नहीं लिया.
- पंचायत बैठने के लिए बने भवन में पंचायत लगना बंद हो गई.
- खंडहर में तब्दील हो चुके पंचायत घर में सरकार ने वाई फाई सिस्टम भी लगा दिया लेकिन यह भी काम नहीं करता है.
- केवल कागजों में ही डिजिटल इंडिया चल रहा है.
- पंचायत घर की दीवारें टूटी पड़ी हैं.
कई बार अधिकारियों को जर्जर भवन के बारे में अवगत कराया जा चुका है, लेकिन जिले के अधिकारियों ने कभी ध्यान नहीं दिया. ऐसी स्थिति में ग्राम सभा की बैठक भी नहीं हो पाती है.
-आनंद पाल, ग्राम प्रधान