अलीगढ़ :इस बार रमजान का महीना सात मई से शुरू होना माना जा रहा है. इस हिसाब से छह जून को ईद-उल-फितर हो सकती है. इस बार रमजान महीने में 15 घंटे से ज्यादा लंबे समय का रोजा होगा और इसमें पांच जुमा (शुक्रवार) होंगे.
- चौथे जुमे को एहतियातन जुमा अलविदा की नमाज पढ़ी जाएगी.
- अगर पांच मई को चांद दिख गया तो छह मई को पहला रोजा हो सकता है. वरना सात मई को ही पहला रोजा होगा. इस तरह कहा जा सकता है कि सोमवार या मंगलवार से रमजान का महीना शुरू हो जाएगा.
- रमजान मुसलमानों के लिए मुबारक महीना होता है.
- लोग सुबह से लेकर शाम तक भूखे प्यासे रहकर अल्लाह की रजा हासिल करते हैं.
जानें, रोजों के बारे में
- पहले रोजे की सहरी सुबह तीन बजकर 58 मिनट तक होगी जबकि शाम सात बजे इफ्तार का वक्त होगा.
- जैसे जैसे दिन गुजरते जाएंगे. वैसे-वैसे सहरी के समय में कमी होती जाएगी और इफ्तार का वक्त बढ़ता जाएगा.
- 26वें रोजे की सहरी सुबह तीन बजकर 45 मिनट तक होगी और इफ्तार का वक्त शाम सात बजकर 20 मिनट होगा.
- इस हिसाब से यह 15 घंटे 35 मिनट का सबसे लंबा रोजा होगा.
- 29 रोजा होने के अनुमान पर चौथे शुक्रवार को अलविदा की नमाज होगी वरना, पांच जून को अलविदा की नमाज होगी और छह जून को ईद मनाई जाएगी.
- आखिरी पांच रोजों की अवधि साढ़े 15 घंटे से अधिक की होगी जबकि पहले रोजे की अवधि 14 घंटा 58 मिनट होगी.
- मुस्लिम इलाकों में रमजान की तैयारी शुरू हो गई है.
- इस दौरान रोजेदारों को शिद्दत की गर्मी से भी जूझना पड़ेगा.