अलीगढ़:प्रेम प्रसंग में घर से भागी युवती को पुलिस ने बरामद किया. कस्टडी में होने के बावजूद भी पुलिस को चकमा देकर युवती बैरक की दूसरी मंजिल की छत पर चढ़कर छलांग लगा दी. जिससे युवती को गंभीर हालात में मेडिकल कालेज में भर्ती कराया है. जहां युवती की हालत गंभीर है. घटना थाना विजयगढ़ परिसर की है.
जानकारी देते एसएसपी कलानिधि नैथानी. जानकारी के अनुसार प्रेम प्रसंग के चलते युवती अपने प्रेमी के संग फरार हो गई थी. जिसकी जानकारी युवती के परिजनों ने थाना विजयगढ़ को दी थी. तहरीर मिलने के बाद थाना विजयगढ़ ने युवती को बरामद कर लिया था और उसे थाना विजयगढ़ की महिला बैरक में रखा गया था. लेकिन युवती चकमा देकर महिला बैरक के दूसरे मंजिला छत पर पहुंच गई और छत से कूदकर आत्महत्या की कोशिश की. गंभीर हालत में युवती को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.
विजयगढ़ क्षेत्र की 19 वर्षीय युवती एटा जिले के पिलुवा के गांव बादामपुर निवासी आकाश के साथ प्रेम प्रसंग में घर से चली गई थी. जिसका मुकदमा 28 अप्रैल को विजयगढ़ थाने में आकाश के खिलाफ दर्ज कराया गया था. मुकदमे में युवती के परिजनों ने उसकी उम्र नाबालिग बताई थी. पुलिस जांच में पाया गया कि युवती अपनी प्रेमी संग गुजरात के सूरत में है. वहीं 5 मई को दोनों एटा वापस आ गये. इस खबर पर विजयगढ़ पुलिस ने दबिश दी तो युवती बरामद हो गई, लेकिन प्रेमी आकाश भागने में सफल रहा.
बरामदगी के बाद युवती को विजयगढ़ थाने लाया गया. जहां उसे महिला बैरक की दूसरी मंजिला इमारत में रखा गया था. हालांकि यहां महिला सिपाही शिखा की निगरानी में युवती को रखा गया और बुधवार को सुपुर्दगी का निर्णय होना था. लेकिन देर रात युवती ने महिला बैरक की दो मंजिला इमारत से छलांग लगा दी. जब युवती तेज आवाज के साथ नीचे गिरी तो महिला पुलिस कर्मियों की नजर उस पर पड़ी और आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को दी गई. वहीं युवती को गंभीर चोटें आई हैं और उसे जेएन मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है. एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि युवती के पिता ने आकाश और उसके परिवार पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का एक और मुकदमा दर्ज करवाया है.
हालांकि नियम यह है कि युवती या किशोरी को बरामद करने पर उसे मेडिकल प्रक्रिया पूरी कराई जाती है और न्यायालय से निर्देश मिलने पर महिला पुलिस की निगरानी में थाने से अलग रखा जाता है. अगर महिला थाना करीब हो तो उसे महिला थाने में रखा जाता है, लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं किया गया.