अलीगढ़ : जिले में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा और अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गई. बैठक में जूम एप के माध्यम से बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी और महानिदेशक स्कूल शिक्षा से जुड़कर ऑपरेशन कायाकल्प और मिशन प्रेरणा के सम्बन्ध में दिशा-निर्देशों भी जारी किये गये. मुख्य विकास अधिकारी अनुनय झा ने कहा कि कायाकल्प और मिशन प्रेरणा के माध्यम से परिषदीय स्कलों की सूरत बदल रही है. इसके लिए उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग की टीम को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके अथक प्रसासों से ही ऐसा सम्भव हो सका है. अब आने वाले समय में बच्चे उत्साहित होकर विद्यालय आएंगे. उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियों व खंड शिक्षा अधिकारियों से कहा कि मिशन प्रेरणा और कायाकल्प को सकारात्मक सोच से जोड़कर अपने विद्यालय को बेहतर बनाने में ठोस कदम उठाएं.
एक मार्च तक मिशन कायाकल्प के तहत स्कूलों के सभी मानकों को करें पूरा : CDO
अलीगढ़ में जिला शिक्षा और अनुश्रवण समिति की बैठक आयोजित की गई. इसमें मुख्य विकास अधिकारी अनुनय झा ने कहा कि कायाकल्प और मिशन प्रेरणा के माध्यम से परिषदीय स्कलों की सूरत बदल रही है. उन्होंने कहा कि मिशन कायाकल्प के तहत सभी विद्यालयों के मानकों को एक मार्च तक संतृप्त कर लिया जाए, अन्यथा बीडीओ कार्यवाही के लिए तैयार रहें.
विद्यालय कायाकल्प के 14 बिन्दुओं को पूरा करें
मुख्य विकास अधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह प्रेरणा इंस्पेक्शन एप के माध्यम से विद्यालयों का निरीक्षण करें. ऑपरेशन कायाकल्प के तहत समस्त 14 मूलभूत सुविधाओं को संतृप्त करते हुए विद्यालय को आदर्श बनायें. उन्होंने जर्जर भवनों की नीलामी संपादन का कार्य सम्बन्धित एसडीएम को सौंपते हुए निर्देशित किया कि कार्य को समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए. सीडीओ ने सभी एसडीएम को अपने क्षेत्र के सभी कस्तूरबा गांधी विद्यालयों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये. उन्होंने स्पष्ट किया कि मिशन कायाकल्प के तहत विद्यालयों को सभी 14 बिन्दुओं पर एक मार्च तक संतृप्त कर लिया जाए, अन्यथा बीडीओ कार्यवाही के लिए तैयार रहें.
मिशन प्रेरणा का लक्ष्य भाषा और संख्या का ज्ञान कराना
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पाण्डेय ने बताया कि वेबीनार आयोजन का मुख्य उद्देश्य मिशन कायाकल्प को पूरा करने के साथ ही मिशन प्रेरणा का लक्ष्य पूर्ण करना है. उन्होंने कहा कि यदि बच्चा बचपन में ही सही ढ़ंग से सीख नहीं पाता है तो आगे भी वह पढ़ाई में पीछे रह जाता है. उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह ब्लॉक स्तर पर बैठक कर अध्यापकों को बताएं कि बच्चों को निष्क्रिय न रहते हुए सीखने की प्रक्रिया से जोडे़ं. बच्चों को बोलने, सोचने एवं समझने के अवसर उपलब्ध कराएं. विद्यालय में उपलब्ध टीएलएम सामग्री के माध्यम से बच्चों को संख्या ज्ञान कराया जाएं. उन्होंने कहा कि मिशन प्रेरणा का लक्ष्य भाषा और संख्या का ज्ञान कराना है. इसे लेकर ही आगे बढ़ा जाएं. जूम एप के माध्यम से आयोजित वेबीनार में डीएम पीलीभीत एवं सीडीओ बरेली द्वारा अपने जिलों के सम्बन्ध में सफलता की कहानियों को दर्शाया एवं सुनाया गया.